जीवन के प्रत्येक कर्म का गुणात्मक निवेश लाभकारी रिटर्न देता है- योगेश जानी। वरिष्ठ नागरिक मंच की बैठक शास्त्री नगर में हुई।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़।वरिष्ठ नागरिक मंच संस्थान जिला मुख्यालय की 922 वीं संगोष्ठी बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व मुख्य प्रबंधक व अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के महाप्रबंधक दिनेश खंडेलवाल के मुख्य अतिथि ,मंच के कार्यकारी अध्यक्ष भामाशाह जैन समाज के राष्ट्रीय प्रवर्तक बसंती लाल जैन की अध्यक्षता, तथा पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष योगाचार्य डॉ आर एस मंत्री , पूर्व पुलिस अधीक्षक आबकारी बी एलओझा, वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ योगेश व्यास के विशिष्ट आतिथ्य में सामुदायिक भवन शास्त्री नगर पर आयोजित की गई।
मंच प्रवक्ता एवं गांधी नगर शाखा के उपाध्यक्ष राधेश्याम आमेरिया ने बताया कि संगोष्ठी के विषय”सुरक्षित एवं लाभकारी निवेश”तथा “किसान आंदोलन का शांतिपूर्ण समाधान” पर बोलते हुए पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी योगेश जानी ने कहा कि जीवन के प्रत्येक कर्म का गुणात्मक निवेश किया जाना चाहिए ताकि लाभकारी परिणाम प्राप्त हो सके। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए अंबालाल श्रीमाल ने वरिष्ठ नागरिक मंच में निवेश किए गए समय को जिंदगी भर सुकून देने वाला कारक बताया ।मंच के खुशियों को बांटे कार्यक्रम के बारे में अपने अनुभव पर उन्होंने बताया कि एक दिन में जब 12 घंटे में लगभग 90 बार मोबाइल की घंटी बज चुकी तो परिवार के सदस्यों ने कहा कि आपने यह कौन सा व्यवसाय शुरू कर दिया जो आपको इतना व्यस्त किए जा रहा है दरअसल यह समय वरिष्ठ नागरिक मंच में निवेश किया गया था जिसके फल स्वरुप परिवार में जन्मदिन के अवसर पर बधाइयों का तांता लगा रहा।
वनाम के प्रांतीय प्रवक्ता देवेंद्र शर्मा ने वरिष्ठों की जिंदगी भर की जमा पूंजी पर देय ब्याज दरों में गिरावट पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि वरिष्ठों की आय का एकमात्र स्रोत सेवानिवृत्ति पर भुगतान हुए परिलाभों पर ब्याज की आय ही होता है।
सुरक्षित एवं लाभकारी निवेश की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए मुख्य अतिथि दिनेश खंडेलवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि वरिष्ठों को अधिक ब्याज के लालच में किसी गैर सरकारी वित्तीय कंपनियों के झांसे में नहीं आना चाहिए तथा न ही डिजिटल बैंकिंग के युग में लापरवाही बरतनी चाहिए बल्कि उन्हें स्वयं को डिजिटली अपडेट रखना चाहिए ताकि वह किसी साइबर क्राइम के शिकार न बन सके।
संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे हैं बसंती लाल जैन ने व्यवस्था दी कि कोरोना के संभावनाओं के दृष्टिगत फिलहाल प्रत्येक उपशाखा एवं मुख्यालय पर माह में एक ही संगोष्ठी आयोजित की जाएगी।
सर्व धर्म प्रार्थना से प्रारंभ हुई संगोष्ठी में योगाचार्य डॉक्टर आर एस मंत्री ने बताया कि आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस है तथा वृद्धों में मुख्यतः तीन बीमारियां क्रमशः पार्किनसन्स, अल्जाइमर और डिमेंशिया मुख्यतः होती हैं, जिन्हें नियमित योग ,प्राणायाम व ध्यान के माध्यम से रोका जा सकता है। संगोष्ठी में पहली बार बोलते हुए 80 वर्षीय साइकिलिस्ट कृष्णचंद्र अग्रवाल ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन तीस मिनट साइकिल जरूर चलानी चाहिए ताकि स्वयं के स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण को भी प्रदूषित होने से बचाया जा सके।
किसानों की समस्याएं एवं शांतिपूर्ण समाधान पर अमरकंठ उपाध्याय ,वी एस त्यागी, देवेंद्र शर्मा, रामप्रसाद मालू ,सुरेश चंद्र तंबोली ,मनवीर सिंह व पूर्व पुलिस अधीक्षक आबकारी भंवरलाल ओझा ने लिखित में सुझाव दिए जिनको प्रधानमंत्री कार्यालय को प्रेषित किया जाएगा।
शिक्षाविद ठाकुर मल खत्री, कन्हैया लाल खंडेलवाल ,एच एस राठी ,महेंद्र जैन, के एल नारायणीवाल ,नंदकिशोर निर्झर, ओम प्रकाश खटोड़, सत्यनारायण ईनाणी,माणक चंद जैन, डी सी पुरोहित, व वैघ कन्हैयालाल ऋषि ने भी विचार प्रकट किए।
राष्ट्रीय कवि अब्दुल जब्बार ने इंसान से इंसानियत फरार हो गई, इंसाफ का जनाजा अदालत से उठ गया, मां-बाप रुदन करने लगे बेटे की बेरुखी से पर काव्य पाठ किया वही महेंद्र जैन व आंजना जैन ने” भला कर न सको किसी का तो बुरा भी किसी का मत करना” नामक गीत प्रस्तुत किया राधेश्याम आमेरिया ने ” मैं तो लुल लुल धोक लगाऊ म्हारी मांय” माता पर आधारित भजन प्रस्तुत किया।
संगोष्ठी में रेखा खत्री, मीरा स्वर्णकार, अंजना जैन, सरिता देवी झुनझुनवाला, रमेश चंद्र ओझा, बद्रीलाल स्वर्णकार, डी एल कुमावत, श्याम वैष्णव, दयाल चंद कोठारी, श्यामलाल गिल सहित 40 सदस्य मौजूद थे।
राष्ट्रगान से समाप्त हुई संगोष्ठी में संचालन राधेश्याम आमेरिया तथा आभार कार्यवाहक महासचिव दिनेश कुमार खत्री ने किया।