चित्तौड़गढ़-पहली बार आयोजित हुई राज्य स्तरीय बीच रेसलिंग कुश्ती प्रतियोगिता में चित्तौड़गढ़ की सत्यनारायण व्यायाम शाला के पहलवानों तृतीय व चतुर्थ स्थान प्राप्त किया।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@श्री अनिल सुखवाल।
चित्तौड़गढ़।राजस्थान में पहली बार आयोजित हुई राज्य स्तरीय बीच रेसलिंग कुश्ती प्रतियोगिता का दो दिवसीय आयोजन 9 से 10 अक्टूबर को जयपुर स्थित श्री श्याम डिफेंस एकेडमी में सम्पन्न हुआ। जिसमें चित्तौड़गढ़ की सत्यनारायण व्यायामशाला के तीन पहलवानों ने सह कुश्ती प्रशिक्षक पहलवान कमलेश गुर्जर के नेतृत्व में भाग लिया। जिसमें 70 किलो वेट केटेगरी में अभय सिंह पहलवान ने तृतीय स्थान, 80 किलो वेट कैटेगरी में पहलवान लोकेश गुर्जर ने तृतीय स्थान एवं 90 किलो वेट केटेगरी में पहलवान नमन काबरा ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया है। चित्तौड़गढ़ से टीम मैनेजर के रूप में सत्यनारायण व्यायामशाला के सह कुश्ती प्रशिक्षक पहलवान कमलेश गुर्जर मौजूद थे।आयोजक दंगल समिति की ओर से प्रतिभागियों को साफा पहनाकर मोमेंटो भेट किया गया।
जयपुर के इस अनोखे राज्य स्तरीय दंगल में भाग लेने के बाद चित्तौड़गढ़ पंहुचे सत्यनारायण व्यायामशाला के सह कुश्ती प्रशिक्षक पहलवान कमलेश गुर्जर ने बताया कि जयपुर में आयोजन के दौरान उनके द्वारा राष्ट्रीय स्तर के कोच पहलवान जगबीर सिंह चौधरी का स्वागत भी किया गया जिसमें उन्हें मोमेंटो भेट कर चित्तौड़गढ़ के सभी पहलवानों ने साफा बंधवाकर सम्मान किया।
चित्तौड़गढ़ के संह कुश्ती प्रक्षिक्षक पहलवान कमलेश गुर्जर ने बताया कि जगबीर सिंह चौधरी एनआईएस कुश्ती कोच भी रह चुके है।
जगबीर सिंह चौधरी, वर्ष 1978 से लेकर के 1985 तक 62 किलोग्राम श्रेणी में राजस्थान स्तर पर अजेय रहे हैं। चौधरी ने लगातार कई बार राजस्थान की ओर से 62 किलोग्राम वर्ग कुश्ती में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया है।
पहलवान कमलेश गुर्जर ने बताया कि जयपुर में श्री श्याम कुश्ती एकेडमी में राज्य स्तरीय बीच रेसलिंग कुश्ती प्रतियोगिता में चित्तौड़गढ़ के तीन पहलवानों को लेकर दंगल में हिस्सा लेने का सौभाग्य हमें प्राप्त हुआ है। जहां पर उनके राष्ट्रीय स्तर के कोच पहलवान जगबीर सिंह चौधरी ने कुश्ती के बारे में बारीकी से जानकारी दी एवं कुश्ती के दांव पेच भी बताएं ताकि बच्चे इस क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
बता दें कि पहलवान जगबीर सिंह चौधरी, “भरतपुर” देश के पहले ऐसे राष्ट्रीय स्तर के कुश्ती कोंच है जो कि श्री राम कथा वाचक भी है। एवं राजस्थान में कई जिलों में श्री राम कथा का वाचन कर चुके हैं।