वीरधरा न्यूज़।अजमेर@ श्रीमती रेखा कुमावत।
अजमेर।जिले के ग्राम सिनोदिया के लोगो ने लोकसभा चुनाव से पहले निर्णय लिया कि चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। इसके बाद प्रशासन के पीड़ा शुरू हुई और प्रशासन हरकत में आया। इसके बाद स्थानीय एसएचओ व बीडीओ ने गांव के लोगो के बीच जाकर जनता से वार्ता शुरू कर समझाइश में आश्वासन देकर लोगो से मतदान करने की अपील की, लेकिन गांव के लोगो ने बताया कि इस तरह के आश्वासन पहले भी हमे कई दफा मिल चुके है और आगे हमे इस तरह के आश्वासन के भूत से दूर रहना है। फिर विक्रम सिंह ग्रुप ने प्रशासन के सामने गांव के लोगो की मांगों को दोहराते हुए बताया कि यह निर्णय गांव के आपसी सहयोग और सहमति से संभव हुआ है। सिनोदिया से नावां जाने के लिए सड़क व्यवस्था नहीं है और ना ही कोई सरकारी बस सुविधा है सड़क खराब होने के कारण कोई प्राइवेट बस भी नहीं चलती इसलिए गांव के लोगो को बहुत चुनोतियों का सामना करना पड़ता है। और नमक एरिया होने के कारण पीने के पानी की व्यवस्था भी नहीं है, साथ ही गांव से महज दो किलोमीटर दूर पावर हाउस होते हुए गाँव की लाइट 10 किलोमीटर दूर कोटड़ी पावर हाउस से जोड़ रखा है लंबी लाइन होने के कारण आये दिन लाइन खराब हो जाती है और लोग अंधेरे में रहकर समस्याओ से झुझते रहते है। अगर सिनोदिया से नावां 18 किलोमीटर सड़क को जोड़ दिया जाए तो रूपनगढ़ से नावां के लिए 60 किलोमीटर की दूरी को महज 35 किलोमीटर में पूरा किया जा सकता है। इसका फायदा केवल सिनोदिया के लोगो को ही नही अजमेर से सीकर जाने वाले लाखों लोगों को होगा, लेकिन आज दिन तक कोई भी सरकार आई इन सबको अनदेखा कर जनता को मूर्ख बनाकर अपना स्वार्थ साधते रहे, लेकिन इस बार जनता ने भी अपना मूड बना लिया है कि विकास नहीं तो वोट नहीं। यह तो केवल एक पहल है अगर ऐसे ही हमे अनदेखा किया तो आगे भी इस निर्णय को कायम रखा जाएगा। इस तरह जनता और प्रशासन के बीच की पहले दौर की वार्ता असफल रही।