वीरधरा न्यूज़। शनि महाराज आली @ श्री गजेंद्र सिंह राणावत।
वल्लभनगर। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थन में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा वल्लभनगर उपखंड मुख्यालय पर जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस महानिदेशक के नाम एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। दरअसल हिंदू नव वर्ष के उपलक्ष में गत 23 मार्च को उदयपुर में आयोजित धर्मसभा के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री की बातों को सामाजिक विद्वेष की बातें बताकर प्रशासन द्वारा आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाषण को आधार बनाकर हाथीपोल पुलिस थाना एवं केलवाड़ा पुलिस थाना द्वारा जो प्रकरण दर्ज किए गए वो पूर्णतया राजनीतिक दबाव में किए गए। इसके साथ ही केलवाड़ा पुलिस थाना द्वारा 5 निर्दोष युवकों को भी पकड़ कर थाने में मारपीट की गई। इस विषय को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया।
भाजपा जिला महामंत्री दीपक शर्मा, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष ललित सिंह सिसोदिया के नेतृत्व एवं विधानसभा प्रभारी हिम्मत सिंह झाला के निर्देशन में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा नारेबाजी करते हुए उपखंड कार्यालय में तहसीलदार छगन लाल रेगर को पुलिस महानिदेशक के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ हाथीपोल थाने में दर्ज किए गए प्रकरण एवं केलवाड़ा थाने में 5 युवाओं के खिलाफ दर्ज किए गए प्रकरणों को वापस लेने की मांग की गई।
इस अवसर पर देहात जिला उपाध्यक्ष प्रकाश जैन, जिला मंत्री भंवर भट्ट, मंडल अध्यक्ष विजय लाल मेनारिया, कानोड़ मंडल अध्यक्ष अनूप श्रीमाली, किसान मोर्चा प्रदेश प्रतिनिधि धनराज अहीर, ओबीसी मोर्चा लालूराम गाडरी, उपप्रधान रोशन मेहता, पंचायत समिति सदस्य रतन सिंह राठौड़, भींडर ग्रामीण मंडल अध्यक्ष पुष्कर शर्मा, युगल किशोर श्रीमाली, विहिप जिलामंत्री रमेश सांगावत, विधि प्रकोष्ठ संयोजक मुकेश मेनारिया, युवा मोर्चा मेनार मंडल अध्यक्ष संजय मेनारिया, अभय सिंह राठौड़, केरेश्वर मंडल युवा मोर्चा संयोजक जगदीश सुथार, डालचंद जणवा, छोगालाल मेघवाल, लखन माली, मंडल उपाध्यक्ष विनोद चोरड़िया, कानू प्रजापत, भरत चौधरी, राजेंद्र खारोल, दिलीप मेनारिया, मंडल संयोजक मांगीलाल डांगी सहित भाजपा के पदाधिकारी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।