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डीजे पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग को लेकर सेकड़ो डीजे संचालक पहुंचे कलेक्ट्रेट, ज्ञापन सौंप प्रतिबंध हटाने की मांग की।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।

चित्तौडग़ढ़। डीजे पर लगाए गए प्रतिबंध से आक्रोशित सैकड़ों की संख्या में डीजे संचालक कलेक्ट्री पहुंचे उन्होंने जिला कलेक्टर को प्रतिबंध हटाने को लेकर ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में बताया कि

राजस्थान राज्य में प्रति वर्ष कई धार्मिक एवं सांस्कृतिक एवं शादी समारोह के आयोजन होते है जिस हेतु डी.जे. साउण्ड सिस्टम बजाये जाने हेतु डी. जे. कार्मिक को धार्मिक एवं सांस्कृतिक एवं शादी समारोह के आयोजिन में गाने बजाने हेतु बुक किया जाता है इस प्रकार से समस्त प्रार्थीगण डी.जे. (साउण्ड सिस्टम) बजाने, चलाने का कार्य कर अपना व अपने परिवार की आजीकोपार्जन कर रहे है तथा सैंकडों व्यक्ति उक्त व्यवसाय में जुड़े होकर प्रति व्यक्ति ने उक्त व्यवसाय में लाखों रुपयों का इनवेस्ट कर उक्त व्यवसाय को कानून के नियमों के अन्तर्गत करते चले आ रहे है।
साथ ही बताया कि वर्तमान में राज्य सरकार की तरफ से डी.जे. साउण्ड सिस्टम पर प्रतिबंध लगा रखा है जिस कारण से वर्तमान में सैकडो व्यक्ति रोजगार से वंचित हो गये है तथा लाखों रूपयों का इनवेस्ट करके आज कर्ज के नीचे दबे हुए है जिनके घर परिवार में भूखे मरने की नौबत तक आ गई है।
उक्त डी.जे. साउण्ड सिस्टम पर लगी उक्त रोक को हटाये जाने के सम्बंध में पूर्व में भी कई बार लिखित में आवेदन प्रस्तुत किये गये परन्तु उक्त सम्बंध में लगी रोक को आज तक नहीं हटाया गया है। यह कि डी.जे. साउण्ड सिस्टम को बजाये जाने एवं चलाये जाने के सम्बंध में हम समस्त प्रार्थीगण ने कई लोगों के आयोजनों में डी. जे. बजाने हेतु एडवांस राशि प्राप्त कर रखी है जो समय पर डी.जे. पर लगी पाबंदी को नहीं हटाया गया तो उक्त एडवांस देने वाले व्यक्तियों के द्वारा हम समस्त प्रार्थीगण के उपर कानूनी प्रक्रिया अपनाते हुए कार्यवाही करेंगे जिससे फिजुल के विवाद भी बढ़ जायेंगे जिससे भी डी.जे. साउण्ड सिस्टम पर लगी रोक को हटाने हेतु आवेदन पेश किया।
उन्होंने बताया कि बताया कि हम समस्त डी.जे. साउण्ड सिस्टम को बजाने एवं चलाने वाले नागरिकगण उक्त रोक को हटाये जाने पर कानून के नियमों एवं कर्तव्यों का पूर्णतया निवर्धन करेंगे।
इस दौरान सैकड़ों की संख्या में डीजे संचालक कलेक्ट्री पहुंचे जिन्हें पहले पुलिस ने रोकने का प्रयास किया लेकिन बड़ी संख्या में होने और समझाइस के बाद फिर सभी ने पहुंच जिला कलेक्टर को अपना मांग पत्र सौंपा।

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