प्रदेश कोंग्रेस में अंतःकलह, भाजपा भी नही निभा पाई सही से विपक्ष की भूमिका, अब आप बनाएगी सरकार: आप जिला कॉर्डिनेटर सुखवाल।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़।आम आदमी पार्टी चित्तौड़गढ़ के जिला कोऑर्डिनेटर अभियंता अनिल सुखवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धृतराष्ट्र बताते हुए बड़ा बयान जारी किया है।
आप जिला कोर्डिनेटर अभियंता सुखवाल ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पुत्र मोह में पूरी तरह से अंधे हो चुके हैं उन्हें पार्टी के भविष्य से बढ़कर अपने पुत्र वैभव के भविष्य की चिंता सता रही है तभी उन्हें प्रदेश की जनता से बढ़कर सिर्फ ओर सिर्फ अपने मुख्यमंत्री की सीट प्यारी है कोंग्रेस को सुदृढ़ करने को लेकर भी गहलोत को कोई लेना देना नहीं गहलोत राजस्थान में अपने और अपने पुत्र वैभव का भविष्य राजस्थान की सत्ता में ढूंढ रहे हैं।
अभियंता अनिल सुखवाल ने कहा कि अशोक गहलोत इतने अंधे हो चुके हैं कि उन्हें सचिन पायलट की बुराई के अलावा कोई और मुद्दा राजस्थान में दिखाई नहीं दे रहा है।
सीएम गहलोत द्वारा 19 नवंबर को चित्तौड़गढ़ में इंदिरा गांधी की मूर्ति के अनावरण पर तंज कसते हुए अभियंता ने कहा कि राजस्थान में वर्ष 2020 से अप्रैल 2022 के बीच हुए 13890 महिला बलात्कार के प्रकरणों को अनदेखी कर इंदिरा गांधी ऑडिटोरियम में इंदिरा गांधी की मूर्ति का अनावरण किया जाना बलात्कार पीड़ित महिलाओं के साथ धोखा है यही नहीं इंदिरा गांधी की मूर्ति के अनावरण के समय इंदिरा गांधी की अनावरण पट्टिका पर कांग्रेस में सत्ता के लिए लड़ने वाले चित्तौड़गढ़ के कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी की जन्म तारीख तक भूल गए इससे यह प्रदर्शित होता है कि यह इंदिरा गांधी की मूर्ति का अनावरण भी कांग्रेस सरकार ने ऊपरी मन से किया है, इंदिरा गांधी की मूर्ति का अनावरण किया जाना मात्र एक राजनीतिक स्टंट से बढ़कर कुछ नहीं, हमने पहले भी कहा था कि यदि बलात्कार पीड़ित महिलाओं को न्याय दिए बगैर मुख्यमंत्री मूर्ति का अनावरण करते हैं तो उन्हें पीड़ित महिलाओं की बद्दुआ झेलनी पड़ेगी लेकिन राजस्थान में सरकार अपनी जड़ों को बचाने में लगी हैं।
अभियंता सुखवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी राजस्थान की पूरी टीम अभी गुजरात में सरकार बनाने के लिए पूरी तरह से जुटी हुई है उसके बाद राजस्थान में आम आदमी पार्टी 2023 में सरकार बनाकर जनता के लिए काम करेगी।
आप जिला कॉर्डिनेटर अनिल सुखवाल ने कहा कि अंदरुनी गुटबाजी और कलह के कारण कांग्रेस पार्टी राजस्थान में जिला अध्यक्षों की घोषणा तक नहीं कर पा रही हैं जिससे प्रतीत होता है कि अंदरूनी खाने में इनकी पार्टी पूरी तरह बिखर चुकी है ओर भाजपा में भी 13 जिलों के जिलाध्यक्षों को बदलना यह प्रदर्शित करता है कि भी विपक्ष की भूमिका में फेल होने के बाद भी सत्ता की लार टपका रही है लेकिन उनके पास योग्य नेतृत्व नहीं है।
बहरहाल कोंग्रेस का अंदरूनी कलह तो किसी से छिपा नही है लेकिन अब आम आदमी पार्टी भी पूरे दमखम के साथ राजस्थान में सरकार बनाने में जुट गई है अब देखना है कि हर बार की तरह कोंग्रेस भाजपा का ही राजस्थान पर कब्जा रहेगा या दोनों कि लड़ाई में आप बाजी मारेगी यह समय के गर्त में है।