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राजस्थानी बने प्रदेश की राजभाषा, केंद्र सरकार इसे 8 वीं अनुसूची में जोड़े।

वीरधरा न्यूज़।उदयपुर@श्री मोइन खान।


उदयपुर।राजस्थान मोट्यार परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शिवदानसिंह जोलावास ने कहा कि बुधवार को लोकसभा में भागीरथ चौधरी सांसद और विधानसभा में बलवान पुनिया विधायक द्वारा मायड़भाषा में जिस तरह लाखों नोजवानो के हित और 10 करोड़ राजस्थानीयों की संस्कृति को सम्मान दिलाने की बात रखी वह स्वागत योग्य है। राज्य सरकार के मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने राजस्थान के गौरवशाली इतिहास को उल्लेखित करते हुए राजस्थानी भाषा को राजभाषा बनाने तथा भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने इसे आठवीं अनुसूचि में जोड़ने की मांग पुरजोर तरीके से रखी।मोट्यार परिषद प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि इस संबन्ध में राजस्थान के सभी 33 जिलों से 133 विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर अपनी भावना से अवगत करवाया है।
परिषद के संभाग पाटवी राहुलसिंह भाटी ने बताया कि, मोट्यार परिषद का प्रतिनिधि मण्डल पिछले दिनों प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों से मिला और उन्हे रोजगार, शिक्षा तथा अन्य क्षेत्रों में पिछड़ने के कारण बताते हुए, इसे सम्मान दिलाने हेतु कानूनी रास्ता बताया।भाजपा के व्हीप जोगेश्वर गर्ग द्वारा विधानसभा में प्रखरता से राजस्थानी के सभी तकनीकी और वैज्ञानिक पक्षों को तर्क संगत तरीके से अभिनन्दन किया गया।
भाजपा सांसद निहालचंद मेघवाल द्वारा भी कल लोकसभा में इस मांग को दोहराया गया। इससे पहले बुधवार को सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि, “70 साल सूं मानता खातर राजस्थानी भाषा माथे लोकसभा,विधानसभा, राज्यसभा में घणी बार चर्चा हुयी। धरणा परदरसण हुया,आसवासन मिल्या,पण राजनैतिक इच्छाशक्ति री कमी सूं यो मुद्दो कागजां मांय अटक्योड़ो पड़्यो रियो।”
बलवान पुनिया विधायक ने विधानसभा में कहा कि, ” आपणी ही भासा आपणे प्रांत में ओपरी व्हैगी।सभापति महोदय, गोवा री कोंकणी मान्यता सूं पैली राजभाषा बणगी ही।झारखण्ड में मगही, भोजपुरी समेत 17 भाषावा, छत्तीसगढ में छत्तीसगढ़ी, मेघालय में खासी अर गारो, सिक्किम में भुटिया अर लेपचा अर पश्चिम बंगाल में खमतपुरी अर राजबंशी इसी भासावां है जिकी बिना संवैधानिक मान्यता रे ही राजभाषा बणाईजी है। ईं स्यूं आ बात सिद्ध हुवै कै कोई भी राज्य आपरे राज्य री भासा ने बिना संवैधानिक मान्यता रे ईं राजभाषा रो दरजो दे सके।”
मोट्यार परिषद के महामंत्री प्रहलादसिंह झोरड़ा ने जानकारी दी कि 30 मार्च राजस्थान दिवस कै अवसर विभिन्न कार्यक्रम, संस्था देश के 4 महानगरों , अमेरिका, यू.के., आस्ट्रेलिया, इटली, जर्मनी,फ्रांस के साथ प्रदेश के 21 केंद्रों पर आयोजित किये जायेंगे। जिनमें कवि सम्मेलन, गोष्ठी, परिचर्चा, सिने प्रदर्शन, घूमर, फाग गायन, व अन्य सांस्कृतिक आयोजन किये जायेंगे।
मोट्यार परिषद के संगडन मंत्री सुरेंद्र स्वामी ने कहा कि इन आयोजनो की तैयारी हेतु कार्यकर्ता दिनरात अपने काम में लगे हुए है।
मोट्यार परिषद के प्रदेश प्रवक्ता भवानीसिंह टापरवाड़ा तथा प्रदेश संयोजक मनोज कुमार स्वामी सूरतगढ ने आज सदन में श्रीमती संतोष के प्रश्न संख्या 3080 पर दिये जवाब से नाराजगी जाहिर की है।जिसमें राजस्थान सरकार राजस्थानी को राजभाषा का दर्जा देने सम्बन्धी प्रस्ताव पर मौन है।सह प्रवक्ता विनोद सारस्वत बिकानेर ने कहा कि आने वाले दिनों में जो जनप्रतिनिधी अथवा राजनैतिक दल प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के हक में बात नहीं करेंगे।उनका खुलकर विरोध किया जायेगा।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जनभावनाओं का सम्मान करें।

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