वीरधरा न्यूज़। कपासन@ श्री रोशन लाल रेगर।
कपासन।होली के रंगों में रंग जाना शुभ माना जाता है।
हिंदू धर्म के अनुसार होलिका दहन से बालिकाएं अपने हाथों में जल का लोटा लेकर होली को ठंडा करने की परंपरा है। षष्ठी एवम सप्तमी को क्षेत्र के अनुसार ठंडा भोजन बनाकर माता शीतला का पूजन करती हैं। शुभ मुहूर्त में महिलाए सजधज आटे से व्यंजन बनाकर माता शीतला का पूजन कर कहानी सुनाती है। इसके पश्चात बड़े बुजुर्गो से आशीर्वाद लेकर सदैव शीतल रहने की कामना करती हैं। एक दुजे को मीठे पकवान खिलाकर अपनापन की मिठास जोड़कर संबंधों में मधुरता बढ़ाती है। फिर जमकर होली के रंगों में रंगकर एक दूजे के जीवन को रंगमय बनाकर खुशहाली की कामना करते हैं। सुरपुर क्षेत्र के गली मोहल्ले, चोराये, तरनावो का खेड़ा, रामथली क्षेत्र में डी जे की धुन पर गाने में युवक युवतियां होली के रंगो मे डूबकर नाचते गाते एक दूजे के गुलाल लगाते नजर आए।