वीरधरा न्यूज। लालसोट @श्री महेश कुमार गुप्ता।
लालसोट।एक तरफ जहां लोग अपने स्वार्थ के लिए एक दूसरे के खून के प्यासे हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ बिना किसी स्वार्थ के परे हटकर बिना किसी जान पहचान जरूरतमंद लोगों के लिए स्वेच्छा से उनकी जान बचाने के लिए दिन-रात भाग दौड़ करके अपना खुन दान करके मानवता का फर्ज निभा रहा है।
नयागांव श्रीरामचंद्रपुरा पचवारा निवासी मोतीलाल उर्फ रक्तदाता सन्नी गोठवाल जिनके पास एक अनजान व्यक्ति का फोन आया और बताया कि एक पिडित महिला केसंती देवी को बी पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता है जो रामकरण जोशी जिला चिकित्सालय दौसा में भर्ती है। डॉक्टर टीम ने पीड़ित महिला केसंती देवी मीना की बच्चेदानी में गांठ का ओपरेशन करने से पहले पिडिता केसंती देवी के शरीर में दो युनिट खुन की कमी बताई है एक यूनिट घर के सदस्य से ब्लड डोनेट करवा दिया है और दूसरे ब्लड यूनिट की व्यवस्था नहीं हो पा रही है ब्लड बैंक में सेम बी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप नहीं होने के कारण परेशानी हो रही है।
उसके बाद ब्लड बैंक कर्मचारियों के पास फोन करके अवगत कराया तो बताया कि ब्लड बैंक में बी पॉजिटिव सेम ब्लड ग्रुप नहीं है मेरा बी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप है तो मैं भी ब्लड डोनेट करने के लिए काफी उत्साहित था उसके बाद मैं मदद करने के लिए गांव से 40 किलोमीटर दूर रामकरण जोशी जिला चिकित्सालय दौसा पहुंचकर पीड़ित महिला के लिए बी पॉजिटिव ब्लड डोनेट किया।
पिडिता के परिवारजनों ने सन्नी गोठवाल का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि इस भीड़ भरी दुनिया में ऐसे कम ही लोग देखने को मिलते हैं जो निस्वार्थ सेवा का जज्बा रखते हुए इंसानियत धर्म निभा रहे हैं। सहयोगी साथी भरत शास्त्री धरणवास, सुनिल, अन्नु कुमारी, संजना आदि मौजूद रहे।
टीम मानव सेवा फाउंडेशन ग्रुप के संचालक मोतीलाल उर्फ रक्तदाता गोठवाल ने बताया कि रक्तदान के क्षेत्र में सेवा की शुरुआत वर्ष 2014 महावीर कैंसर हॉस्पिटल जयपुर से हुई।
बताया एक दिन निजि काम से महावीर कैंसर हॉस्पिटल जयपुर की तरफ जाना हुआ तो देखा एक लाचार परिवार दौसा निवासी कैंसर महामारी से जूझ रहा था आए दिन केंसर पेसेंट के शरीर में ब्लड चढ़ रहा था उसके घर वाले एक-एक करके ब्लड डोनेट कर चुके थे। उनकी दुख भरी दास्तां सुनकर मैं खुद भावुक हो गया मेरे मन काफी घबराहट हो रही थी ब्लड डोनेट करने के बारे में मुझे बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी घर वालों का डर भी सता रहा था लेकिन हिम्मत रखकर आखिरकार मैंने ब्लड डोनेट करने की ठान ली और जीवन का पहली बार रक्तदान का कार्य संपन्न हुआ रक्तदान करने के बाद मेरे अंदर जो रक्तदान के प्रति जो भय था वो दूर हो गया मदद करने के बाद मुझे बहुत खुशी हुई।
यह सब बातें मैंने मेरे करीबी दोस्त भरत शास्त्री धरणवास को बताया हम दोनों ने ठान लिया तब से युवाओं की टीम बनाकर राजस्थान सभी जिले से टीम के साथियों को जोड़कर 500 के लगभग साथी हमारी टीम में निरंतर सेवा दे रहे हैं।
रक्तदाता सन्नी गोठवाल ने बताया कि आज जीवन का 47 वीं बार बल्ड डोनेट किया है। लक्ष्य यही है कि जब तक शरीर में सांस रहेगी तब तक ब्लड डोनेट का कार्य करता रहूंगा। मानव सेवा फाउंडेशन ग्रुप के सभी सदस्य रक्तदान के क्षेत्र में सेवा देते हुए हजारों लोगों की जान बचा चुके हैं। रक्त दान के प्रति को लोगों को शिविर, सार्वजनिक मंचों के माध्यम से जागरुक करने का प्रयास कर रहे हैं और काफी लोग रक्तदान के प्रति जागरूक भी हो गये है और साथ ही लंपी महामारी के समय सैकड़ो गौ माताओं की जान बचाने के कार्य के साथ-साथ गौ माताओं को सही समय पर दवाई पानी चारा और इलाज का भी कार्य किया गया। टीम के सभी साथियों के द्वारा मानव सेवा के साथ-साथ गौ सेवा, पशु -पक्षी सेवा और सामाजिक कार्य में भागीदारी निभा रहे हैं।