मेवाड़ यूनिवर्सिटी के दो घुटो में झगड़े से बढ़ा तनाव पत्थरबाज़ी में आधा दर्जन के क़रीब छात्र घायल, देश विरोधी नारे भी लगे।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।गंगरार मेवाड़ यूनिवर्सिटी में शुक्रवार रात्रि को छात्रों के दो घुटो में आपसी बोलचाल के बाद मामला मारपीट तक पहुँच गया देखते ही देखते छात्र इतने उग्र हो गये की पत्थरबाज़ी भी करना आरंभ कर दिया जिसके कारण आधा दर्जन के क़रीब छात्र घायल हो गये । जिसमे कृष्णपाल शर्मा एव आयुष शर्मा को गंभीर चोटे आने से चित्तौड़ सावरिया चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात्रि में मेवाड़ विश्व विद्यालय परिसर में स्तिथ भोजनशाला में कुछ छात्र भोजन कर रहे थे इसी दोरान कश्मीरी छात्रों व अन्य छात्रों के बीच खाने को लेकर झगड़ा हुआ जिसमे जमकर लात घुसे चले झगड़े की जानकारी यूनिवर्सिटी में आग की तरह फेल गई देखते ही देखते दोनों घुटो के कई सारे छात्र भी भोजनशाला में पहुँचकर लाम बंद हो गये व मारपीट करना शुरू कर दिया देखते हो देखते दोनों घुटो ने परस्पर पत्थरबाज़ी करना शुरू कर दिया, सुरक्षा कर्मियों के समझाने के बाद भी हालात बिगड़ते गये यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा गंगरार थाना प्रभारी को घटना की जानकारी देकर पुलिस ज़ाब्ते की माँग की गई जिस पर थाना प्रभारी मय ज़ाब्ता मेवाड़ यूनवर्सिटी पहुँचा मामले की गंभीरता को देखते हुए चित्तौड़गढ़ मुख्यालय पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस ज़ाब्ता बुला कर यूनिवर्सिटी कैंपस को छावनी में तब्दील कर दिया गया इधर चिकित्सालय पहुँचाये गये एक छात्र कि हालत गम्भीर होने पर इलाज के लिए उदयपुर रेफ़र कर दिया गया। दोनों घुटो की और से मारपीट के परस्पर मुक़दमे दर्ज करवाये गये।
वृत्ताधिकारी श्रवण दास संत ने बताया की पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए दोनों पक्षों के छत्तीस आरोपी छात्रों को शांति भंग के तहत गिरफ़्तार किया गया है।
गोरतल्ब है की उक्त यूनिवर्सिटी में आयेदिन मारपीट की घटनाएँ होती रहती है जिससे यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत छात्रों में भय व तनाव का माहोल बना रहता है छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद भी कोई एक्सन नहीं लिया जाता। रात्रि में सम्प्रदाय विशेष के छात्रो द्वारा हथियारों के साथ भड़काऊ नारे लगाते हुए का वीडियो भी शोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है, बावजूद इसके यूनिवर्सिटी द्वारा किसी प्रकार का एक्शन नहीं लेंने से स्थानीय लोगों और स्थानीय स्टूडेंट मे रोष व्याप्त है।