वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
आज का समय तेजी से बदल रहा है और बदलते परिदृश्य में वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका भी तेजी से बदल रही है। आज जब हम आजादी का 77 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे है। ओर थोड़ा पीछे देखते है तो पाते है कि आज के 8-10 वर्षों पूर्व तक भारत की भूमिका विश्व पटल पर ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं थी, हमारे देश के सर्वोच्च सताशिष्य पर बैठे लोगो की विश्व शीर्ष नेताओं में न तो गिनती होती थी और न ही उनको इतना सम्मान दिया जाता था। जब से नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने है तभी से भारत की भूमिका तेजी से बदली है और आज मोदी जी के 9 वर्ष के कार्यकाल के उपरान्त हम देखते है तो पाते है कि भारत आज विश्व की सबसे बड़ी ताकत बनता जा रहा है। और प्रत्येक क्षेत्र में बिना भारत की सलाह या भूमिका के वैश्विक स्तर पर निर्णय नहीं हो पाते है और इसी क्रम में आज नरेन्द्र मोदी विश्व के सबसे बड़े, सर्वमान्य नेता के रूप में उभरे है। आज विश्व की सभी बड़ी शक्तियां चाहे वो अमेरिका हो या रूस हो या ब्रिटेन हो या जर्मनी या फ्रांस या अफ्रीकी महाद्वीप, सभी देश आज भारत के साथ मोदी जी के साथ अच्छे सम्बन्ध बनाना चाहते है और इन रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए वह पीएम मोदी की सभी शर्तें मानने को तैयार है और आतुर है। इसी 9 वर्षीय कार्यकाल में भारत ने अपने आप को भी तेजी से बदला है इसमें पुराने कानुनों को बदलकर नये कानून बनाना, कर व्यवस्था का सरलीकरण, आधारभूत संरचनाओं का तीव्र विकास जिसमें बड़ पैमाने पर रेलवे का आधुनिकीकरण, नई रेल लाईनें बिछाना, रेलमार्गों का विद्युतीकरण, विश्व स्तरीय रेल्वे स्टेशनों का निर्माण, रेल मार्ग से अछूते पड़े कश्मीर घाटी व देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र को रेलमार्ग से जोड़ना सम्मिलित है। इसी क्रम में राष्ट्रीय राजमार्गों का तेजी से विकास व सुदृढ़ीकरण हुआ है, आज नये-नये राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहे है, चार लेन मार्ग सिक्स लेन मार्ग में, सिक्स लेन मार्ग एक्सप्रेस वे में बदल रहे है। पहले एक्सप्रेस वे के नाम पर केवल मुम्बई -पूणे का नाम आता था, आज देश में प्रत्येक राज्य में एक्सप्रेस वे बन रहे है। इसी तरह मेट्रो लाईनों का भी पूरे देश में सभी बड़े शहरों में जाल बिछा दिया गया है। जिससे शहरी आवागमन सुलभ हुआ है और जाम से आमजन को निजात मिली है। इसी तरह चाहे वो अंतरिक्ष क्षैत्र हो या रक्षा क्षैत्र सभी में भारत ने तेजी से विकास किया है और आज हम चांद पर अपना मिशन दोबारा भेज चुके है और मंगल मिशन की तैयारी कर रहे है। रक्षा क्षैत्र में तो हम आत्म निर्भर होने की ओर अग्रसर हो रहे है मेकइन इंडिया प्रोग्राम के तहत् आज हम उत्पादन के क्षैत्र में भी बहुत आगे निकल चुके है और केवल चीन ही हमसे इसमें आगे बचा हुआ है। इसी तरह आंतरिक सुरक्षा के क्षैत्र में भी देश आज अपने आपसे बहुत सुरक्षित महसुस कर रहा है, पहले आए दिन बम विस्फोट होते थे, आज वो बीते दिनों की बात हो गयी है। नयी पहल के रूप में भारत आज वाटर वे (जलमार्ग) विकसित कर रहा है। वाराणसी कोलकता मार्ग तो प्रारंभ भी हो चुका है। आज हम वाटर मेट्रो चला रहे है। हमारी सेवाऐं आज बहुत मजबुत नजर आती है। थल सेना अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों जिसमें टैंक, मिसाईल, नाईट विजन उपकरण, तोपखाना से सुसज्जित हो गयी है। वही नौ सेना के दो विमान वाहक युद्धपोत से सुसज्जित हो गयी है। परमाणु पनडुबियां भारत में निर्मित की जा रही है, वहीं वायु सेना में हम आज आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे है जिसमें तेजस जैसे वायुयान सम्मिलित है, वहीं मजबुती के लिए राफेल, मिग-29, सुबोई जैसे विमान हमारे बेड़े में शामिल है। नई संसद का निर्माण हो, राम मन्दिर का निर्माण, काशी विश्वनाथ कारीडोर, महाकाल कारीडोर हमारे नई सांस्कृतिक धार्मिक उभार का प्रमाण है कुल मिलाकर ऐसा कोई क्षैत्र नहीं है जिसमें भारत ने पिछले 9 वर्षों में अपने आप को ना बदला हो, सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास की थीम लेकर आज भारत तेजी से बदलता हुआ विश्व की 5वी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और तीसरे नम्बर पर पहुंचने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है।
चंद्रभान सिंह आक्या
विधायक, चित्तौडग़ढ़