वीरधरा न्यूज़। जोधपुर@ डेस्क।
जोधपुर। कायलाना रोड़ स्थित संबोधि धाम में 23 अप्रैल, रविवार को वर्षीतप के तपस्वी अपने वर्षभर की तपस्या की पूर्णता करेंगे। जोधपुर के अलावा देश के विभिन्न शहरों से तपस्वी गण जोधपुर पहुंचे हैं। विगत 25 वर्षों से संबोधि धाम में हर वर्ष वर्षीतप के तपस्या का पारना होता है। इस वर्ष भी संपूर्ण विधि विधान के साथ तपाराधकों का पारना होगा।
इस अवसर पर राष्ट्रसंत ललितप्रभ महाराज, राष्ट्रसंत चंद्रप्रभ महाराज एवं डॉ मुनि शांतिप्रिय सागर महाराज के सानिध्य में 23 अप्रेल को प्रातः 7:30 संबोधि धाम के अष्टापद मंदिर में भगवान श्री आदिनाथ प्रभु की आराधना करते हुए 18 अभिषेक संपन्न होंगे जिसमें विभिन्न प्रकार की औषधियों से, नदियों के जल से एवं पंचामृत के साथ गन्ने के रस से तीर्थंकरों की प्रतिमाओं का अभिषेक होगा। प्रातः 10 बजे मंदिर के शिखर पर वार्षिक ध्वजा चढ़ाई जाएगी एवं प्रातः 10:30 वर्षीतप के आराधकों का अभिनंदन समारोह प्रारंभ होगा।
समारोह में समारोह की अध्यक्षता रायपुर जैन समाज के अध्यक्ष विजय कांकरिया करेंगे। समारोह के विशेष अतिथि इंदौर के वरिष्ठ समाजसेवी रोहित मुणोत होंगे। सभी तपस्वियों का संघ माला पहनाकर सकल समाज के द्वारा अभिनंदन होगा साथ ही सभी तपस्वी चांदी के छोटे-छोटे 108 कलशों से गन्ने का रस स्वीकार करके अपनी वर्ष भर की तपस्या की पूर्णता करेंगे।
राष्ट्रसंत ललितप्रभ महाराज बताया कि किसी समय जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ ने 400 दिन तक लगातार उपवास करके यह महान तप किया था और अक्षय तृतीया के दिन ही अपने पौत्र राजा श्रेयांश कुमार के हाथों से ही 108 कलश इक्षु रस के स्वीकार करके अपनी तपस्या की पूर्णता की थी उसी स्मृति में आज भी देश भर में हजारों भक्तजन प्रतिवर्ष वर्षी तप की वर्ष की आराधना करते हैं। समारोह संयोजक जुठमल बाफना के अनुसार समारोह में नगर में विराजित अनेक साधु साध्वीजी महाराज भी अपना आशीर्वाद देने के लिए कार्यक्रम में पधारेंगे।