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बिजली विभाग का निजीकरण उपभोक्ता के लिए परेशानी: विधायक आक्या।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़। विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने शुक्रवार को विधानसभा में नियम 50 के तहत स्थगन प्रस्ताव पर बोलते हुए चित्तौड़गढ़ एवं निम्बाहेड़ा विधानसभा मे बिजली विभाग के समस्त कार्यों को पहले से ही ब्लेक लिस्टेड कंपनी के हाथों में देने का कड़ा विरोध किया।
भाजपा मीडिया प्रभारी मनोज पारीक ने बताया कि विधायक आक्या ने सदन में बोलते हुए कहा कि चित्तौड़गढ़ जिले के चितौड़गढ़ व निंबाहेड़ा विधानसभा क्षेत्र में बिजली विभाग से संबंधित सभी कार्य मीटर रीडिंग, बिलिंग, इलेक्ट्रॉनिक स्मार्ट मीटर लगाना, नये लाईट कनेक्शन देना, नई विधुत लाइनें बिछाना, बिजली के बिल बनाना, वितरण करना, लाइने हटाने सहित बिजली विभाग के सभी कार्य जो वर्तमान में निगम के कर्मचारी कर रहे हैं उसका ठेका गुड़गांव की निजी एचसीएल कंपनी को सौपने की तैयारी कर ली है। विधायक आक्या ने इसका विरोध करते हुए बताया कि चित्तौड़गढ़ में सभी बिजली कर्मचारी हड़ताल पर है और विभाग के सभी सरकारी कर्मचारी परेशान हो रहे हैं। इस प्रकार संपूर्ण व्यवस्था को निजी क्षेत्र में देने से बजरी और अन्य प्रकार के माफिया की तरह बिजली माफिया भी पनप जाएंगे। विभाग के कार्यो का ठेका देने से निजी कंपनी अपनी मनमानी दरों से पैसा वसूलेगी, जिससे उपभोक्ताओं को भी नुकसान होगा और बिजली क्षेत्र के कर्मचारी व उनके परिवार जन भी प्रभावित होंगे। विधायक आक्या ने सदन के माध्यम से सरकार से बिजली विभाग के कार्यो का निजीकरण ना कर तुरंत प्रभाव से निजीकरण के आदेश को निरस्त करने की मांग की एवं इस गंभीर विषय पर अपनी बात रखने के लिए सभापति का आभार व्यक्त किया।

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