जोधपुर-राजस्थान उच्च न्यायालय के दरवाजे अब आम जनता के लिए खुल रहे देर शाम तक। जस्टिस फरजंद अली ने एक दिन में 529 मामले सुन कीर्तिमान रचा।
वीरधरा न्यूज़।भीलवाड़ा@ श्री पंकज आडवाणी।
जोधपुर। जस्टिस फरजंद अली ने आम जनता कि पीड़ा को समझते हुए, एक दिन में सुने 529 मामले। जस्टिस अली का पैतृक निवास चित्तौड़गढ़ है। आमतौर पर उच्च न्यायालय में सुनवाई का समय 4 बजे तक ही होता है और एक बेंच में दिन के 150 – 200 मामले सुने जाते हैं।
लेकिन जस्टिस अली ने उच्च न्यायालय में पेंडिंग पड़े मामलों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए सोमवार को 529 मुकदमों की सुनवाई कर कीर्तिमान रचा। उन्होंने खुद अपनी कोर्ट सूचीबद्ध 325 प्रकरणों के अलावा कोर्ट नम्बर 13 के समक्ष सूचीबद्ध 203 प्रकरणों की भी सुनवाई की। इसके लिए जस्टिस अली ने शाम 6.30 बजे तक लगातार विभिन्न फौजदारी प्रकरणों की सुनवाई की।
दरअसल, जस्टिस अली के पास फौजदारी अपीलों, रिवीजन और अन्य फौजदारी मामलों का रोस्टर है।सोमवार को किन्हीं कारणों से जस्टिस व्यास अवकाश पर थे। ऐसे में जमानत प्रकरणों की सुनवाई भी जस्टिस फरजंद अली को सौंप दी गई। इससे एकबारगी वकीलों में यह चर्चा फैल गई कि अब उनके प्रकरण सुनवाई में कैसे आएंगे। कोर्ट की कार्यवाही सवेरे 10.30 बजे से 4.30 बजे तक चलती है। इसमें 1 बजे से 2 बजे तक भोजनावकाश होता है। जब कोर्ट की कार्यवाही का समय समाप्त हो रहा था, तब जस्टिस अली ने वकीलों को निश्चिंत करते हुए कहा कि अदालत सभी मामले सुनकर ही उठेगी, चाहे कितना भी समय लगे। इसके बाद वे शाम 6:30 बजे तक मुकदमों की सुनवाई करते रहे और दोनों कोर्ट की लिस्ट पूरी करके ही उठे।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट में 23 दिसम्बर से शीतकालीन अवकाश है। ऐसे में अगर प्रकरण आज सुनवाई में नहीं आते तो 2 जनवरी से पहले इनका सुनवाई में आ पाना मुश्किल था।