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शंभूपुरा में सबसे अधिक मतदान पाटनिया फलासिया से तो सबसे कम शंभूपुरा बूथ से हुआ, आखिर कम मतदान के लिए कौन जिम्मेदार

वीरधरा न्यूज़।शंभूपुरा @ डेस्क
शंभूपुरा में हर बार जितना मतदान प्रतिशत रहता है इस बार उम्मीद से भी काफी कम रहा लेकिन इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए कोई आगे नही आया।
बता दे कि शंभूपुरा में हाल ही में सम्पन्न हुए पंचायती राज चुनाव के शांतिपूर्ण सम्पन्न होने के साथ ही यह चुनाव यहा के कार्यकर्ताओं को नया होमवर्क देकर गया है और वो यह कि आखिर शंभूपुरा में इतना कम मतदान कैसे हुआ।
शंभूपुरा में राउमावि में हुए मतदान में जहाँ पाटनिया फलासिया वार्ड एक ओर दो से सबसे अधिक मतदान 84.92 प्रतिशत हुआ तो दूसरे पायदान पर वार्ड 3 व 4 केसरपुरा रहा और शंभूपुरा का स्थानीय वार्ड 7 ओर 8 सबसे फिसड्डी रहा।
बात करे शंभूपुरा के बूथ की तो 7 ओर 8 जहा सब शिक्षित मतदाता तो है ही लेकिन साथ ही साथ वहा सब बड़े बड़े नेता भी है जो आये दिन एमएलए एमपी ओर मिनिस्टर के सम्पर्क में रहने की बड़ी बड़ी बातें करते है लेकिन धरातल पर क्या हाल है वो उनको यह पंचायतीराज चुनाव आईना दिखा गया। यहाँ से मात्र 32.19 प्रतिशत मतदान होना जहा पंचायत मुख्यालय लगता है वहा इतना कम मतदान एक बार तो सबको सोचने को मजबुर कर दिया, हालांकि कोई दबी जुबान एससी एसटी सीट कहता नजर आया तो कोई कोरोना का असर तो कोई कार्यकर्ताओ की कमी कहता दिखा लेकिन इसके पीछे वास्तविकता क्या रही इसकी ना किसी ने समीक्षा की ओर ना ही जरूरी समझा।
बता दे कि इन दोनों वार्डो से पहले कभी इतना कम प्रतिशत मतदान नही हुआ और जहा पूर्व के गुजरे चुनावो में काफी अच्छा मतदान रहा और कार्यकर्ता भी दौड़ दौड़ कर काम करते दिखे लेकिन इस बार वो जोश और जुनून नही दिखा ओर फिर कही कार्यकर्ता नदारद भी दिखे जिनकी अच्छी पकड़ है वो मतदान करते भी नजर नही आए।
आखिर इस घटते मतदान पर समीक्षा की तो जरूरत है ही लेकिन कुछ घण्टो बाद आने वाले परिणाम भी यहा की इतनी कम वोटिंग को सवालों के घेरे में खड़ा कर देगा, ओर काफी परिणाम बदले हुए मिलेंगे जो अभी समय के गर्द में है।

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