चित्तौड़गढ़-लक्ष्मणसिंह को सुरक्षा प्रदान करने व दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही हेतु राजपूत समाज ने दिया सीएम व राज्यपाल के नाम ज्ञापन।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़ । जिले की कपासन तहसील के जेलवालों का खेड़ा निवासी लक्ष्मणसिंह राठौड़ को मोबाइल पर सर तन से जुदा की धमकी देने वाले दोषियों पर कड़ी कार्यवाही किये जाने की मांग को लेकर राजपूत समाज जिला चित्तौड़गढ़ द्वारा राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल को ज्ञापन सौंपा।
गौ रक्षा हिन्दू दल कपासन के पदाधिकारी लक्ष्मणसिंह राठौड़ द्वारा अपने संगठन की रीतिनीति के अनुसार कपासन के उर्स के दौरान हुई प्रचारित सामग्री पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कार्यवाही की मांग को लेकर कपासन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराये जाने पर धर्म विशेष समुदाय द्वारा मोबाईल पर सर तन से जूदा किये जाने की धमकी दी गई। इसको लेकर लक्ष्मण सिंह राठौड़ द्वारा अपनी तथा अपने साथियों पर अराजक तत्वों द्वारा किये जा रहे हमले एवं जानमाल के खतरे को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपने के बावजूद कोई ठोस कार्यवाही नहीं किये जाने से चित्तौड़गढ़ राजपूत समाज द्वारा दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने तथा मेवाड़ संभाग में पूर्व में उदयपुर की घटना के बाद इस तरह की पुनरावृत्ति नहीं हो इसकी पुख्ता व्यवस्था कराने की मांग की। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही व लक्ष्मणसिंह की सुरक्षा की व्यवस्था नहीं कराये जाने पर कपासन ही नहीं सम्पूर्ण मेवाड़ क्षेत्र में राजपूत समाज सहित समस्त हिन्दू समाज द्वारा उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी।
ज्ञापन के दौरान जौहर स्मृति संस्थान के महामंत्री तेजपालसिंह शक्तावत, कोषाध्यक्ष गोवर्धन सिंह भाटी, संयुक्त मंत्री गजराज सिंह बराड़ा, पूर्व कोषाध्यक्ष नरपतसिंह भाटी, मेवाड़ क्षत्रिय महासभा जिलाध्यक्ष सहदेवसिंह नारेला, प्रताप स्पोर्ट्स क्लब के योगेन्द्रपाल सिंह राठौड़, चावण्ड सिंह चुण्डावत, राजेन्द्र सिंह परिहार, दलपतसिंह चुण्डावत, भंवरसिंह गेंजरा, मेवाड़ क्षत्रिय सेना के राजेन्द्र सिंह पुठोली, श्री राजपूत करणी सेना के भूपेन्द्र सिंह भाटी, टीकमपालसिंह, महालक्ष्मी अर्थ समिति के उदयसिंह चैहान, श्री क्षत्रिय युवक सिंह के लोकेन्द्र सिंह रूद, विक्रमसिंह जालरा, जावदा नीमड़ी चैखला राजपूत समाज के अध्यक्ष भोजराज सिंह राठौड़, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रवीणसिंह भाटी, श्यामसिंह सोलंकी, बाबुसिंह भाटी, कालुसिंह रूद, शैतानसिंह, प्रहलादसिंह धरोल, विरेन्द्रपाल सिंह नारेला, पप्पूसिंह बराडा, ईश्वरसिंह शेखावत, अर्जुनसिंह मिन्नाणा, महेन्द्र सिंह भाटी डगला का खेड़ा, सत्यनारायण बस्सी आदि उपस्थित थे।