Invalid slider ID or alias.

चित्तौड़गढ़-ओडिसी की अंतर्राष्ट्रीय कलाकार शताब्दी मलिक की भदेसर क्षेत्र में हुई 2 प्रस्तुतियां।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़। ओडिसी की अंतर्राष्ट्रीय कलाकार शताब्दी मलिक की आज भदेसर क्षेत्र में 2 प्रस्तुतियां हुई। पहली प्रस्तुति राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय धीरजी का खेड़ा में प्रधानाचार्य दिनेश सहलोत की अध्यक्षता में हुई। यहां कलाकार का परिचय व संचालन जिला स्पिक मैके की पूर्व सह सचिव भावना शर्मा ने किया। यहां पर राबिया खान, दिनमान वशिष्ठ, भीमराज, रेखा, व शांता शर्मा उपस्थित थे।
दूसरी प्रस्तुति स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल भदेसर में हुई। अध्यक्षता अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र जोशी ने की एवं विशिष्ट अतिथि नारायण सिंह राठौड़ रिसोर्स पर्सन थे। यहां पर छात्र-छात्राओं स्टाफ के अलावा प्रशिक्षण पा रहे अध्यापक अध्यापिकाऐ भी थी।
पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जे.पी. भटनागर ने बताया कि कलाकार द्वारा मकुला, मयूर हस्त के नृत्य में विभिन्न प्रयोग, भूमि प्रणाम, मयूर के चलने की तरीका व शास्त्रीय नृत्य व अन्य का फर्क बताया, विभिन्न प्रकार के नृत्यों की अंतर को समझाया। नृत्य में मस्तक, गर्दन व आंखों का कैसे प्रयोग किया जाता है वह भी बताया। मुकुला, मयूर हस्त का नृत्य में प्रयोग बताया। मयूर की चाल व भूमि प्रणाम के बारे में विस्तार से बताया ।शास्त्रीय नृत्य की परिभाषा बताइ। शास्त्रीय नृत्य की जानकारी नाट्यशास्त्र अभिनय द्वारा दर्पण अभिनय चंडिका का नृत्य में सहयोग बताया एवं विभिन्न प्रकार के नृत्य के स्टेप चौक व त्रिभंगी की भाव भंगिमा बताई, जोकि दो मुख्य रूप से हैं, समझाई व ओडिसी नृत्य में कहां प्रयोग होता है बताया। बच्चों को मंच पर बुलाकर कार्यशाला की जानकारी दी अंत में अतिथियों द्वारा कलाकार वह जेपी भटनागर का प्रतीक चिन्ह स्वामी विवेकानंद जी तथा उपर्णा से सम्मानित किया। भटनागर ने बताया कि शुक्रवार को 2 प्रस्तुतियां घाटा क्षेत्र में होगी पहली प्रस्तुति राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय शादी में होगी 9 30 बजे व दूसरी प्रस्तुति 11:00 बजे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय विजयपुर में होगी ।

Don`t copy text!