वीरधरा न्यूज़।डुंगला@ श्री पवन अग्रवाल।
चिकारड़ा। एक शाम श्री सांवलिया सेठ के नाम विशाल खाटू श्याम भव्य भजन संध्या का आयोजन 11 जून शनिवार को चिकारड़ा स्थित सुदामा विश्रांति गृह में किया गया।
जानकारी में आयोजक नानालाल सुथार द्वारा बताया गया कि सुदामा विश्रान्तिगृह, सांवलियाजी चौराहा, चिकारड़ा मे कार्यक्रम का आयोजन हुआ। उक्त आयोजित कार्यक्रम श्री श्याम रंगीला बजरंग मित्र मण्डल, शम्भुपुरा के तत्वाधान में ख्यातिमान कलाकारों द्वारा भक्ति संगीत के भजन प्रस्तुत किया गए। आयोजित कार्यक्रम में कलाकार विजय शर्मा, गोपाल नामदेव, विनोद शर्मा, गोपाल विश्वकर्मा, भावेश कुमावत ने अपनी प्रस्तुति देते हुए ग्रामीणों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। सुथार ने बताया की कार्यक्रम को लेकर पिछले 3 दिनों से व्यवस्थाएं चल रही थी। श्याम भजन संध्या में अखंड ज्योत का संचालन कैलाश चंद्र खंडेलवाल के साथ ओमप्रकाश खंडेलवाल द्वारा किया गया। श्री श्याम रंगीला बजरंग मित्र मंडल दरबार सेवा की गई। भजन संध्या में रात्रि 10 बजे गणेश वंदना के साथ कलाकारों ने कार्यक्रम का आगाज किया। कलाकार मंडल के सदस्यों का आयोजक परिवार द्वारा दुपट्टा ओढ़ा कर स्वागत किया गया। वही गुलाब की पंखुड़ियों वर्षा कर भाव भीना स्वागत अभिनंदन किया गया। इस मौके पर आयोजक मंडल के नानालाल,किशन लाल,मदन लाल के साथ कलाकारों ने भजन संध्या में पहुंचे ग्रामीण श्रद्धालुओं का गुलाब के पुष्पों की वर्षा कर स्वागत किया गया। भजन कलाकार विजय कुमार शर्मा ने कार्यक्रम का आगाज किया उसके साथ ही आप श्री के चरणों में उम्र कट जाए सारी भजन प्रस्तुति दी। गोपाल नामदेव ने अपने भजनों में आसरो बालाजी थाँको, श्रृंगार तेरा बाबा कहो किसने सजाया है, सांवरिया की महफिल सांवरिया ही सजाता है इनकी प्रस्तुतियों पर ग्रामीण झूम उठे वही कलाकारों का तालियां बजाकर उत्साहवर्धन किया। वहीं ग्रामीण महिला पुरुषों ने जमकर नृत्य किया। इसके साथ ही गोपाल विश्वकर्मा ने भम भम भोले भम भम यही शिव का नारा है भोले सदाशिव की प्रस्तुतियां दी गई। विनोद शर्मा ने श्याम थारी घणी मन में आवे , मेरा श्याम बड़ा रंगीला इन भजनों पर भी ग्रामीण खड़े होकर झूम उठे। भावेश कुमावत द्वारा हारे का तू ही सहारा है तू ही भक्तों का पालनहार है की प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में चार चांद लगाए। कार्यक्रम देर रात तक जारी रहा। आयोजकों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आगंतुकों का पुनः एक बार स्वागत सत्कार किया गया।