अब सम्पूर्ण जिले में डीएमएफटी फंड से होंगे विकास कार्य, बैठक में जिला कलक्टर व जनप्रतिनिधियों ने की विकास कार्यों की समीक्षा।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट, चित्तौडगढ़ की गवर्निंग काउन्सिल की बैठक गुरुवार को डीएमएफटी अध्यक्ष एवं जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल की अध्यक्षता में ग्रामीण विकास सभागार में आयोजित हुई। बैठक में राज्य धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्रधिकरण अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाड़ावत, विधायक चित्तौडगढ़ चन्द्रभान सिंह आक्या, कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर, बडीसादडी विधायक ललित ओस्तवाल व अन्य जनप्रतिनिधिगण की उपस्थिति में लगभग 200 करोड़ रुपए के विकास कार्यों को स्वीकृति दी गई।
बैठक में महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव सम्पूर्ण जिले को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से खनन प्रभावित मानने का अनुमोदन किया गया। इसके फलस्वरूप सम्पूर्ण जिले में अब डीएमएफटी मद से विकास कार्य किए जा सकेंगे।
पेयजल, स्वास्थ्य और शिक्षा को प्राथमिकता
जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने डीएमएफटी से अब तक हुए कार्यों एवं भविष्य हेतु प्रस्तावित कार्यों की जानकारी दी। बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि पेयजल आपूर्ति, पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, महिला एवं बच्चों का कल्याण, विकलांग लोगों के कल्याण, कौशल विकास, स्वच्छता जैसे उच्च प्राथमिकता वाले कार्यों को लिया जाए।
जिले की आंगनबाड़ियों की बदलेगी तस्वीर
बैठक में जिला कलक्टर द्वारा जिले में नवाचार के तहत जिले की 238 पेयजल विहीन आंगनबाड़ियों 285.60 लाख एवं 210 शौचालय विहीन आंगनबाड़ी केंद्रों में 359.60 लाख के प्रस्तावों पर चर्चा की गई। क्षतिग्रस्त आंगनबाड़ियों के बारे में चर्चा उपरांत जर्जर आंगनबाड़ियों हेतु 300.00 लाख की स्वीकृतियां दी गई जिसमें जिन आंगनबाड़ियों में पंखे नहीं है, वहां पंखे लगाने का भी अनुमोदन किया गया।
100 गांवों में ग्रामीण विद्यार्थियों के लिए बनेगी लाइब्रेरी और डिजिटल शाला
जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने सदन को संबोधित करते हुए बताया कि वर्तमान में शहरी सुविधाएं गांव के विद्यार्थियों को नही मिल पाती है जिसमें शिक्षा एवं स्वास्थ्य बहुत महत्व रखते है इस बिंदु को ध्यान में रखते हुए जिले की 100 ग्राम पंचायतों में शहरों की तर्ज पर विद्यार्थियों के अध्ययन हेतु लाइब्रेरी एवं डी-शाला के निर्माण हेतु राशि रू. 8 करोड़ का प्रस्ताव रखा गया, जिसे सदन ने सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की।
गांवों में बनेंगे मॉडल खेल मैदान और जिम
विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ शारीरिक विकास बहुत महत्व रखता है एवं चित्तौडगढ़ जिले में खेल के क्षेत्र में नई प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए आधारभूत सुविधाएं बहुत आवश्यक है जिसमे खेल मैदान महत्वपूर्ण योगदान रखते है इस हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों को मॉडल बनाते हुए खेल स्टेडियम और जिम निर्माण हेतु रू. 10 करोड़ का प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया।
किसानों की मासिक आय वृद्धि हेतु 65 लाख स्वीकृत
जिले में 1500 किसान जिनके द्वारा सब्जियों को उत्पादन नहीं किया गया है एवं जिन किसानों के पास सिंचाई की व्यवस्था है ऐसे किसानों का चयन किया जाएगा एवं उन्हें उन्नत किस्म के मटर के बीज एवं जैविक खाद उपलब्ध करायी जायेगी जिससे वह अपनी पैदावार में सब्जियों को जोडकर अपनी आय 3 से 4 गुना बढ़ा पायेगें। इस हेतु राशि रू. 65.00 लाख की स्वीकृति जारी की गई।
11 ब्लॉकों में से 880 पशुपालकों का चयन, पशुपालकों की आय में होगी वृद्धि
जिले के सभी 11 उपखण्ड में से 880 पशुपालकों का चयन किया जायेगा जो कि बकरी पालन के क्षेत्र में कार्यरत है उन्हे बेसिक प्रशिक्षण के साथ सिरोही के उन्नत किस्म के बीजू बकरों का वितरण किया जाएगा जिससे बकरियों की नस्ल में सुधार होगा एवं पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी। अगर उक्त परियोजना सफल रहती है तो अगले फेज में बकरों के साथ उन्नत किस्म के मुर्गा वितरण की योजना अमल में लाई जायेगी। इस हेतु वर्तमान परियोजना पर राशि रू. 172.00 लाख के प्रस्ताव सदन के समक्ष रखे गये। उक्त सभी प्रस्तावों को सदन द्वारा सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया। बैठक में मनोनीत ट्रस्टी प्रकाश चौधरी, भैरूलाल चौधरी, पुरुषोत्तम झंवर, धर्मेंद्र तिल्लानी, मनोनीत सदस्य अशोक समदानी, अमानत अली, मांगीलाल गुर्जर, कैलाश दुबे, विशेष कुमार मीणा, भैरुदास वैष्णव, उदयलाल रैगर, अशोक देवी, किशनलाल जोशी, निर्मल कुमार, गौतम भड़कत्या , वीपी सिंह भी उपस्थित थे। इससे पूर्व बैठक में खनिज अभियंता विनीत गहलोत ने डीएमएफटी के उद्देश्य, राशि के उपयोग डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट चित्तौड़गढ़ में प्राप्त आय एवं व्यय का विवरण विस्तार पूर्वक पीपीटी के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी।