वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जिले के शंभूपुरा स्थित आदित्य सीमेंट प्लांट के माइनिंग विभाग में ठेका कम्पनी के अधीनस्थ कार्यरत कार्मिक के झुलस जाने के बाद गुरुवार सुबह जिला चिकित्सालय में मौत हो गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर फेक्ट्री गेट पर प्रदर्शन किया, करीब 7 घण्टे बाद सहमति बनी।
सावा चौकी प्रभारी एएसआई जगवीर सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के नीम का अमराना निवासी शांतिलाल (33) पिता नारायण डाँगी जो कि आदित्य सीमेंट में माइनिंग विभाग में काम करता था जो 31 जनवरी को नाइट ड्यूटी के दौरान सॉल्यूशन से आग के कारण वह झुलस गया जिसका उदयपुर में इलाज चल रहा था जिसे 1 अप्रैल को घर लाये जिसके बाद गुरुवार सुबह करीब 4 बजे उसकी मौत हो गई, पुलिस ने जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सोंपा।
मुआवजे के लिए करीब 7 घण्टे बन्द रखा फेक्ट्री का गेट
मौत की सूचना के बाद आसपास के गांवो के बड़ी संख्या में ग्रामीण ओर परिजन फेक्ट्री गेट पहुच गए और मुआवजे की मांग करने लगे इस दौरान लोगो ने फेक्ट्री गेट को बन्द कर दिया जो सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक गेट बन्द रखा गया, सूचना पर शंभूपुरा थानाधिकारी रमेश चंद कविया मय जाब्ता शांति व्यवस्था को लेकर मौके पर तैनात रहे एवं ग्रामीणों परिजनों एवं कंपनी के बीच शांतिपूर्वक समझौता करवा करीब 2 बजे बाद गेट खुलवा दिया गया।
मुआवजे की सहमति के बाद खोला फेक्ट्री का गेट
इस दौरान सामरी सरपँच प्रतिनिधि कूका लाल डाँगी, पूर्व उपसरपंच लक्ष्मण सिंह, इकाई अध्यक्ष शांतिलाल डाँगी, पूर्व सरपँच किशन लाल मेघवाल, बबलू बन्ना, पप्पू डाँगी, राजमल डाँगी, भेरू डाँगी, डालचंद डाँगी, मजदूर यूनियन अध्यक्ष शैतान सिंह अमराना, मोतीलाल डाँगी, नंदराम डाँगी व कंपनी की सभी यूनियनो के पदाधिकारी ओर प्रसासन भी मौजूद रहा, लंबी वार्ता के बाद कम्पनी द्वारा परिजनों को 15 लाख 50 हजार का चेक, 21 हजार रुपये अंतिम संस्कार के एवं पीएफ व बीमा अन्य सहित करीब 21 लाख रुपये के सहयोग के बाद सहमति बनी जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने फेक्ट्री का गेट खोला तब जाकर फेक्ट्री की गाड़ियां अंदर बाहर जा पाई।