वीरधरा न्यूज़।चित्तोडगढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा शुक्रवार को उप जिला चिकित्सालय निम्बाहेड़ा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के बाहर स्थापित आईएलआई ओपीडी को देखा। यहाँ चिकित्सकों द्वारा आईएलआई ओपीडी में टेंट के नीचे आईएलआई लक्षण (सर्दी, जुखाम एवं बुखार) वाले मरीजों का बाहर ही प्राथमिक उपचार किया जा रहा था एवं दवाई दी जा रही थी। जिला कलक्टर ने इसी प्रकार सुचारू ढंग से मरीजों को उपचार प्रदान करने के निर्देश दिए।
दरअसल जिला कलक्टर ने एक पहल करते हुए आईएलआई लक्षण वाले मरीजों के लिए अस्पतालों के बाहर ही अलग से आईएलआई ओपीडी बनाने का अभियान शुरू किया है। इससे कोरोना के संभावित मरीजों से अस्पताल में आने वाले अन्य मरीजों में संक्रमण फैलने का खतरा कम हो रहा है। कलक्टर के इस प्रयास की काफी सराहना हो रही है।
बैठक लेकर वैक्सीनेशन की समीक्षा की
जिला कलक्टर ने शुक्रवार दोपहर पंचायत समिति सभागार में अधिकारियों से चर्चा कर वैक्सीनेशन की प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम में जुड़े 18 प्लस के युवाओं का प्रमुखता से वैक्सीनेशन करने एवं टार्गेट को शत-प्रतिशत हांसिल करने के निर्देश दिए। इस हेतु जनप्रतिनिधियों, चिकित्सा, शिक्षा सहित अन्य विभागों से लघु चर्चा कर निर्देशित किया। इस दौरान प्रधान बगदीराम धाकड़, नगर पालिका चेयरमेन सुभाष शारदा, उपखंड अधिकारी चंद्रशेखर भंडारी, पुलिस उपाधीक्षक आशीष कुमार चौधरी, तहसीलदार गोपाल बंजारा, विकास अधिकारी खुशलेश्वर सिंह, सीएमएचओ डॉ रामकेश गुर्जर, सीबीईओ, बीसीएमओ डॉ सुनील तेली, पूर्व उप प्रधान अशोक जाट उपस्थित रहे। बैठक के दौरान जे के सीमेंट निम्बाहेडा यूनिट हेड आर बी एम त्रिपाठी भी उपस्थित रहे, जिनसे जिला कलक्टर ने सीएसआर के विभिन्न कार्यों को लेकर विचार-विमर्श किया।