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बांसवाड़ा-छात्रावास में भूखी सोती हैं लड़कियां, केवल 3 रोटी और 7 दिन में मिलती है हरी सब्जी, कमरों से ट्यूबलाइट तो बाथरूम से नल गायब।

 

वीरधरा न्यूज़।बांसवाड़ा@डेस्क।
बांसवाड़ा।TAD राज्यमंत्री अर्जुन बामनिया के गृह जिले में TAD छात्रावास में आदिवासी बालिकाएं भूखी रहती हैं। उन्हें भर पेट भोजन भी नहीं मिलता। एक सप्ताह में एक बार हरी सब्जी मिल गई तो ठीक है, चावल तो देखने को भी नसीब नहीं होता। तीन माह पहले छात्रावास खुलने के बाद से अब तक बालिकाओं को हाथ धोने और नहाने के लिए एक बार 10 रुपए का साबुन और बालों में लगाने के लिए तेल दिया गया है। छात्रावास के बाथरूम में नल और कमरों में ट्यूबलाइट जैसी सुविधाएं भी गायब हैं।

खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र की बस्सी ग्राम पंचायत के खेड़ा गांव (कुशलगढ़) में संचालित आवासीय जनजाति बालिका छात्रावास की ऐसी खामियों का खुलासा कुशलगढ़ MLA रमीला खड़िया ने उनके निरीक्षण के दौरान किया। उन्होंने EXAM के दिनों में छात्रावास की छत पर घूमती हुई बालिकाओं को देखा तो खुद को रोक नहीं सकी। भीतर जाकर देखा और बच्चियों से पूछताछ की तो ऐसा चौंकाने वाला सच सामने आया। अब मामले को लेकर TAD के अधिकारियों में भगदड़ शुरू हो गई है। वहीं अब मामले को लेकर राजनीति भी गर्माती दिख रही है।

*50 बच्चियों का नामांकन और मिली केवल 22*

MLA खड़िया को देखकर पहले तो छात्रावास की लड़कियां सकपका गईं। बाद में पुचकारने पर लड़कियों ने सारा भेद बताया। बोलीं कि उन्हें एक बार में 3 रोटी दी जाती है। हरी सब्जी का टर्न सात दिन में एक दिन आता है। चावल खाने को मिलते नहीं और तेल-साबुन भी केवल एक बार दिया गया है। शौचालय में नल नहीं है इसलिए पानी बाल्टी से ले जाना पड़ता है। बालिकाओं ने बताया कि छात्रावास में नामांकन तो 50 लड़कियों का है, लेकिन मौके पर 22 बालिकाएं ही रहती हैं। खास तो यह है कि हॉस्टल वार्डन बाबूड़ी 8 दिन में एक बार छात्रावास आती हैं। इस मामले में बाबूड़ी से बातचीत नहीं हो पाई।

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