वीरधरा न्यूज़।चित्तोडगढ़@डेस्क।
पीसीपीएनडीटी अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए जिला कलेक्टर एवं जिला समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी ताराचंद मीणा के निर्देशानुसार जिले के समस्त उपखण्ड समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी द्वारा जिले के विभिन्न उपखण्ड में जाकर एक ही दिन में विभिन्न सोनोग्राफी केंद्रों के औचक निरीक्षण किए गए। जिले के उपखंड चित्तौड़गढ़, रावतभाटा, निंबाहेड़ा, कपासन में स्थित 8 सोनोग्राफी केंद्रों का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान उपखण्ड समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी द्वारा केंद्रों के संधारित रिकॉर्ड का अवलोकन किया गया, उन्होंने संस्था पर पीसीपीएनडीटी एक्ट की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए तथा 3 माह के फॉर्म एफ का निरीक्षण कर बौद्धिक सत्यापन किया। निरीक्षण के दौरान समस्त केंद्रों को निर्देशित किया गया कि संस्थान द्वारा एफ फार्म पूर्ण वंचित सूचनाओं को गुणवत्ता पूर्ण सावधानी से भरा जाए इसमें किसी प्रकार की कमी रखना कानूनन संगीन अपराध है, साथ ही गर्भवती महिलाओं के रिकार्ड संधारित करने वाले रजिस्टर कॉपी अपडेट रखने के लिए निर्देश दिए। प्रत्येक स्थान पर नवीन मुखबीर योजना से संबंधित बोर्ड भी लगाया जाए। संस्थान द्वारा बिना आईडी या बिना रेफरल के किसी की सोनोग्राफी नहीं की जाए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर रामकेश गुर्जर द्वारा चित्तौड़ उपखंड, डॉक्टर ओपी कुल्हेरी अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा उपखंड रावतभाटा, डॉक्टर पंकज सोनी जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा उपखंड निंबाहेड़ा, डॉ राहुल कौशिक उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा उपखंड कपासन स्थित सोनोग्राफी केंद्रों के निरीक्षण किए गए आवंटित उपखंड के निरीक्षण के दौरान डॉ मनीष कुमार बेरवा, खुशवंत कुमार हिंडोनिया, विनायक मेहता, सफीक इकबाल शेख आदि उपस्थित रहे।