सीकर/फतेहपुर-15 किलोमीटर की तिरंगा यात्रा के साथ हुआ शहीद का अंतिम संस्कार, पांच साल के बेटे ने दी मुखाग्नि।
वीरधरा न्यूज़।फतेहपुर@ श्री प्रकाश।
*सीकर/फतेहपुर।* जम्मू कश्मीर के बारामुला में आतंकियों के तलाशी अभियान के दौरान शहीद हुए जवान भगवानाराम नेहरा का अंतिम संस्कार मंगलवार को पैतृक गांव दुगोली में सैनिक व राजकीय सम्मान से हुआ। शहीद व भारत माता के जयकारों के बीच पांच वर्षीय बेटे हर्षित ने शहीद को मुखाग्नि दी। जिसे देख हर किसी की आंखों में नमी उतर आई। इससे पहले शहीद की पार्थिव देह सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यालय से सुबह गांव पहुंची। जिसे पालवास बाइपास से करीब 15 किमी की तिरंगा यात्रा के बीच शहीद अमर रहे के नारों व भारत माता के गगनभेदी जयकारों के बीच घर ले जाया गया। जहां पारिवारिक रस्मों के बाद शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई। जिसमें गगनभेदी नारों सहित पुष्पवर्षा करते हुए सैंकड़ों लोग शामिल हुए। यहां गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद का दाह संस्कार किया गया।
*घर में मचा कोहराम, हर आंख हुई नम*
शहीद का शव घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी, मां व पिता का तो रो- रोकर बुरा हाल हो गया। शहीद के शव के पास रोते- बिलखते परिजनों को देख मौजूद लोगों की आंखें भी भर आई।
*ये रहे मौजूद*
इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हरिराम रणवां, पूर्व विधायक गोरधन वर्मा, उपजिला प्रमुख ताराचंद धायल, एसपी कुँवर राष्ट्रदीप, धोद एसडीम मिथलेश कुमार, तहसीलदार सुशील कुमार, ग्रामीणों सीओ राजेश आर्य, ले. कर्नल दीप दे ,कांग्रेस नेता महेश मोरदिया, रामेश्वर रणवां, जिप सदस्य राधाकिशन जांगिड़, सरपंच प्रह्लाद बुरड़क, ओमप्रकाश बिजारणियां, स्वदेश शर्मा, पूर्व प्रधान ओमप्रकाश झीगर,तेजा सेना प्रदेश अध्यक्ष पवन ढाका, गणेश काबरा,सरपंच रामस्वरूप भास्कर, महेश कुमार, बलराम भाकर, रणवीर सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।
*आतंकियों को तलाशते हुए शहीद*
गौरतलब है कि पांचवी जाट बटालियन के जवान भगवानाराम नेहरा शनिवार को बारामुला में आतंकी तलाशी अभियान में थे। इसी दौरान लच्छीपुरा की पहाडिय़ों से गिरने पर जवान की मौत हो गई थी। 2001 में सेना में भर्ती भगवाना राम का दस दिसंबर को ही 38वां जन्म दिन था।