वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@श्री सुरेश शर्मा
कई वर्षों से बरसाने की होली की परंपरा को लेकर चित्तौड़गढ़ के गंगरार उपखंड क्षेत्र के सोनियाना में लठमार होली का आयोजन किया गया जिसमें महिलाओं को सम्मान देने का पर्व
सोनियाना में रविवार को लठमार होली का आयोजन शाम 5:00 बजे बाद से किया गया।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि लठमार होली का आयोजन गंगरार उपखंड क्षेत्र के सोनियाना निकटवर्ती गांव में जाट व गुर्जर समाज में खेला जाता हैं, यह आयोजन सदियों से चलता आ रहा है लठमार होली सोनियाणा गांव के गुर्जर जाट जाति के द्वारा खेली जाती है इस होली में महिलाओं द्वारा पुरुषों पर लट बरसाए जाते हैं। महिलाओं से लट की मार सहन करते हुए बचाव करते लठमार होली से पहले गांव के बीच में शाम ढलने से पूर्व विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना के साथ पुरुष महिलाओं द्वारा ढोल नगाड़े के साथ हनुमान जी के स्थान पर पूजा अर्चना करने के बाद चौक में इकट्ठा होकर महिलाएं अपनी लाठियों के दम पर पुरूषो को लाठियों से बचने का जतन करते रहते हैं वह होली बहुमूल्य गांव में लठमार होली के मध्य नजर आसपास में कई गांव में देखने के लिए ग्रामीण उपस्थित रहे। गांव के बुजुर्गों के अनुसार पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के सम्मान ता का दर्द दर्जा बना रहे इसके लिए बुजुर्ग ने इस प्रकार के कार्यक्रम रखे थे। पुराने समय में पुरुष प्रधान समाज में जहां महिलाओं को हर जगह उपेक्षा की जाती थी । इससे महिलाओं के पुरुष सम्मान में के प्रति उपजे गीले शिकवे को दूर करने के लिए लठमार होली का आयोजन होता है इसके माध्यम से महिलाओं को साल भर की कुठाएं होली के पावन पर्व खत्म करने उपेक्षा से लेकर पत्नि अपने पतिको मारेगी महिलाओं के अपने प्रतिशोध होली के माध्यम में से मन में भेदभाव को मिटाएं इस दिन पुरुष खुशी-खुशी महिलाओं की साल भर की भरी हुई कुठाऊं को गिला शिकवा दूर करते हैं ।इस खेल को खेलने से पहले पूर्व भगवान के सुख में जीवन के गीतों का गायन करते हैं इनके ऊपर लठमार होली को लेकर ग्रामीणों ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है सोनियाणा गांव के बुजुर्गों के अनुसार यह आयोजन कई सदियों से चलता आ रहा है इस आयोजन का उद्देश्य भगवान शंकर के वरदान के कारण यह आयोजन जाट समाज में गुर्जर समाज में खेला जाता है इस पर्व को स्थानीय भाषा में लठमार होली कहां जाता है जो कि यहां ब्रज की संस्कृति देखने को मिलती है यह पर्व केवल सोनियाना ग्राम में ही कई सदियों से चला आ रहा है यहां शहर सहित आसपास के ग्रामीण गांव के लोग लठमार होली देखने को सोनियाना आते हैं ।