वीरधरा न्यूज़।राशमी@ श्री मनोहर शर्मा।
राशमी। मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मेघराम मीणा के निर्देश में विश्व क्षय रोग दिवस की संगोष्ठी आयोजित की गई जिसमें वरिष्ठ चिकित्सा पर्यवेक्षक विवेक वैष्णव द्वारा बताया गया कि टीबी के जीवाणु संक्रमित व्यक्ति के खांसने छींकने के दौरान उसके मुंह से निकली बूंद में मौजूद होते हैं और हवा के माध्यम से दूसरे व्यक्तियों को संक्रमित कर देते हैं सबसे ज्यादा टीबी होने की संभावना 60 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों, कुपोषित बच्चों में, तंबाकू का सेवन, करने वाले, शराब का सेवन करने वाले डायबिटीज मरीज, कैंसर व हाइपरटेंशन के मरीजों में होती है टीबी के प्रमुख लक्षणों में 2 सप्ताह से अधिक खांसी, लगातार बुखार आना रात्रि में पसीना, लगातार वजन में कमी सीने में दर्द, बलगम के साथ खून आना गर्दन में गांठ मुख्य है राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी के प्रत्येक मरीज को इलाज के दौरान प्रत्येक माह 5रू निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत सीधे मरीज के बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं एवं टीबी की जांच व उपचार दोनों ही निःशुल्क है । मेल नर्स ग्रेड प्रथम श्याम लाल रेगर द्वारा टीबी के उपचार में प्रयुक्त पद्धति के बारे में विस्तार से बताया गया साथ ही जल्द से जल्द बीमारो की स्क्रीनिंग कर नए टीबी मरीजों को खोजने की बात कही ताकि टीबी संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके एवं टीबी मुक्त भारत की कल्पना की जा सके.इस अवसर पर मुकेश शर्मा बीपीएम,अमित जोशी,भैरू लाल जीनगर, लेहरू लाल रेगर, लोकेश सुथार उपस्थित थे ।