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नागौर की धरती वो पवित्र भूमि एवं ऐतिहासिक भूमि है भक्ति एवं वीरता की गाथाएं आज भी युवाओं को करतीं हैं प्रेरित:प्रभारी संतोष चौधरी।

 

वीरधरा न्यूज़।नागौर@ श्री प्रदीप कुमार डागा।

नागौर।सेठ किशन लाल कांकरिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नागौर और रतन बहन बालिका राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नागौर में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के पांचवें दिन शनिवार को दोनों विद्यालय के एन एस एस स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाओ के सामूहिक रूप से शैक्षिक भ्रमण करते हुए सैंगाल धोरा और सैफराजजी के मंदिर, कक्कू के दर्शन किए तथा डेरवा में रेतीले बालू धोरों का आनंद लिया और मंदिरों में स्वच्छता के तहत साफ सफाई की। स्वयंसेवकों ने ग्रामीण परिवेश की संस्कृति से रूबरू होते हुए रेतीले धोरों पर खेल का आनंद लिया।
प्रधानाचार्या संगीता भाटी ने विद्यार्थियों को सेवा भाव मन में धारण करके समाज के सभी वर्गों को समान समझकर उनके विकास में योगदान देने का संकल्प करवाया।
इस अवसर पर शिविर प्रभारी रमेश चंद सोलंकी ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करने से विद्यार्थियों को सामाजिक जनजीवन की एवं इतिहास की जानकारी होती है, जिससे उनके जीवन में सभी तरह के पक्षों का विकास होता है।
प्रभारी संतोष चौधरी ने बताया कि नागौर की धरती वो पवित्र भूमि एवं ऐतिहासिक भूमि है जहां से भक्ति एवं वीरता की गाथाएं आज भी युवाओं को प्रेरित करती है। भ्रमण से विद्यार्थियों को नागौर जिले की भौगोलिक एवं सांस्कृतिक विरासत को देखने समझने और अनुभव करने का अवसर मिला।
शैक्षिक भ्रमण के इस कार्यक्रम में दोनों विद्यालयों के कार्यक्रम अधिकारी रमेश चंद सोलंकी, संतोष चौधरी, तुलछाराम गोदारा के साथ-साथ संगीता भाटी सुनीता चौधरी, योगिता मांजू, शशिकला बिस्सा, अनीता व्यास और एहसान भी मौजूद रहे।

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