नागौर-राज किसान गिरदावरी एप से आसान हुआ गिरदावरी करना काश्तकार स्वयं कर सकते है अपनी फसल की गिरदावरी।
वीरधरा न्युज।नागौर@ श्री प्रदीप कुमार डागा।
नागौर।राज्य सरकार द्वारा काश्तकारों को सुविधा प्रदान करने की दृष्टि से रबी फसल की गिरदावरी काश्तकार द्वारा स्वयं करने के प्रावधान किये गये है। इसके लिए काश्तकार अपने मोबाईल में गूगल प्लेस्टोर के माध्यम से ‘राज किसान गिरदावरी एप’ डाउनलोड कर अपने जनआधार से लॉगिन कर ई-गिरदावरी कार्य कर सकते है।
जिला कलेक्टर डॉ अमित यादव ने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए किसान गिरदावरी एप विकसित किया गया है, जिसका सभी काश्तकारों को स्वयं अपनी फसल की गिरदावरी कर इस सुविधा का उपयोग करना चाहिए।
ई-गिरदावरी के फायदे
गिरदावरी कार्य में पटवारी स्तर पर निर्भरता कम रहेगी एवं वास्तविक फसल की गिरदावरी करना सम्भव हो सकेगा। साथ ही फसल का अंकन समुचित रुप से हो पायेगा तथा फसल गिरदावरी वास्तविक फसल के आधार पर हुई है, काश्तकार को पूर्ण रूप से संतुष्टि हो सकेगी।
ई-गिरदावरी करने की प्रक्रिया
1- राज किसान गिरदावरी एप डाउनलोड कर अपने जनआधार से एप लॉगिन करना होगा। आधार से जुड़े मोबाईल नम्बर पर ओ.टी.पी. प्राप्त होगा, जिससे वेरिफाई होने के बाद एप लॉगिन हो जायेगा।
2- उसके बाद फसल विवरण जोड़ें पर क्लिक करना है, फिर ऊपर की साईड में जनाधार से जुड़ खसरे का ऑप्शन आयेगा एवं दूसरी साईड में खसरा सर्च करें का ऑप्शन रहेगा। इन दोनों ऑप्शन में से खसरा सर्च करें पर क्लिक करने पर सिम्पल पेज खुलेगा। जिसमे काश्तकार को अपना जिला, तहसील एवं गांव सलेक्ट करते हुये आगे बढना होगा।
3- इसके पश्चात् अपने खेत का खसरा अंकित करते हुये कैलिब्रेट करें पर क्लिक करना होगा। कैलिब्रेट करने बाद गिरदावरी सीजन एवं फसल सलेक्ट करते हुये खसरे का एरिया हेक्टेयर में अंकित करना होगा।
4- उसके बाद फसल सिंचित है या असिंचित एवं सिंचाई का स्रोत तथा फलदार पेड़ है तो उनकी संख्या ईत्यादी अंकित करते हुये खेत-खसरे में जो फसल बो रखी है उसकी साफ-सुथरी फोटो अपलोड करनी होगी।
5- उक्त प्रक्रिया के बाद प्रिंट प्रिव्यू का ऑप्शन दिखेगा, वहां क्लिक करने के बाद सबमिट का ऑप्शन रहेगा। सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक करने पर काश्तकार द्वारा की गई गिरदवारी सबमिट होते हुये, पंजीकरण संख्या प्राप्त हो जायेगी।
6- गिरदावरी प्रक्रिया संबंधित खसरों (खेत) में खड़े रहकर ही पूर्ण की जानी होगी।
जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने बताया कि नागौर जिले के समस्त काश्तकार राज किसान गिरदावरी एप का अधिक से अधिक उपयोग करते हुये रबी फसल की गिरदावरी स्वयं करें। ताकि राज्य सरकार की मंशानुसार गिरदावरी कार्य में काश्तकार की पटवारी पर निर्भरता नहीं रहे एवं फसल का सही-सही आंकलन होकर गिरदावरी कार्य भी समय पर पूर्ण हो सके।
राज किसान गिरदावरी एप से गिरदावरी करते समय ध्यान देने योग्य मुख्य बिन्दु
1-एक खाते में एक से अधिक खातेदार होने की स्थति में किसी भी एक खातेदार द्वारा संपूर्ण खसरे की
गिरदावरी करें।
2- एक खसरे में एक से अधिक फसल है, तो एक से अधिक फसल की गिरदावरी सबमिट की जानी होगी।
3- गिरदावरी करते समय फसल के साथ खुद की सेल्फी फोटो की आवश्यकता नहीं है।
4- जिन काश्तकारों के खेत मे किसी प्रकार की फसल नहीं है तो भी निल फसल (बिना फसल) के गिरदावरी सबमिट करें, ताकि किसी खसरे की रबी गिरदावरी बकाया नहीं रहे।
5- गिरदावरी सबमिट से पहले भली भांति देख ले की गिरदावरी से सबंधित समस्त विवरण सही है या नहीं। क्योंकि गिरदावरी एक बार सबमिट करने के बाद काश्तकार उस गिरदावरी में किसी प्रकार का एडिट नहीं कर पायेंगे।
जिला कलेक्टर डॉ यादव ने बताया कि जिले के काश्तकारों की सुविधा के लिए जिला स्तर से एक वॉट्सऐप ग्रुप 9413076148 मोबाईल नम्बर के माध्यम से बनाया गया है, इस ग्रुप में जुड़कर ई-गिरदावरी की प्रक्रिया सबंधी जानकारी प्राप्त की जा सकती हैं। साथ ही KD Sharma Facebook/वॉट्सऐप चेनल Kisan Girdavri पर भी ई-गिरदावरी की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।