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पंचायत समिति परिसर मे ग्राम विकास अधिकारी 4200 रु रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ़्तार।

 

वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चित्तौड़गढ़ की टीम ने नारेला ग्राम विकास अधिकारी को ठेकेदार से निर्माण कार्य के बिल पास करने की एवज में 4200 रुपए की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाश सिंह सांदू ने बताया कि प्रार्थी देवीलाल गुर्जर पुत्र रतन गुर्जर निवासी चंदेरिया के द्वारा एक लिखित रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें बताया गया कि उसकी फर्म बालाजी कंस्ट्रक्शन द्वारा नारेला पंचायत समिति में तेजाजी का चौक में खुला बरामदा का निर्माण व सीसी रोड निर्माण किया, जिसके भुगतान की एवज में ग्राम विकास अधिकारी संदीप सिपाणी 7 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहा था, पूर्व में वह इस कार्य की एवज में 15 हजार रुपए नकद ले गया व शेष 2 प्रतिशत राशि ऑडिट में समायोजन के नाम पर 6 हज़ार रुपए कि और मांग की गई, जिसमे 1800 रुपए जेसीबी से कार्य का बिल देने और 4200 रुपए नकद देना तय हुआ। परिवादी की शिकायत पर एसीबी के द्वारा सत्यापन 21 जुलाई व 24 जुलाई को मोबाइल से आमने सामने वार्ता कर किया। एसीबी ने बुधवार को चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति परिसर में आरोपित वीडीओ संदीप सिपाणी को 4200 रुपए नकद लेते रंगे हाथों गिरफ़्तार किया, साथ ही 1800 रुपए का जेसीबी से निर्माण कार्य का बिल भी बरामद किया हैं। एसीबी के उप महानिरीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल के निर्देशन में को गई कार्यवाही वाली टीम में एसीबी सहायक उपनिरीक्षक नेमीचंद, हेड कांस्टेबल दलपत सिंह, हेड कांस्टेबल श्यामलाल, कांस्टेबल ओमप्रकाश शर्मा, सुनील कुमार, जितेंद्र सिंह व मान सिंह शामिल रहे।

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