वीरधरा न्यूज़। गंगरार@श्री कमलेश सालवी।
गंगरार। “भगवान के नाम से ही जीव का कल्याण संभव है।”उक्त विचार गोवलिया ग्राम पंचायत अन्तर्गत दादिया स्थित चित्र विचित्र की बावड़ी मनसा पाप हरण महादेव में मंदिर के पन्द्रहवे पाटोत्सव के अवसर पर आयोजित “नानी बाई के मायरे”के कथा वाचन में महामंडलेश्वर चेतन दास महाराज के कृपा पात्र शिष्य सन्त अनुज दास ने व्यासपीठ से धर्म सभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होने कहा कि परमात्मा के नाम स्मरण से समस्त पापों का क्षय होकर जीवन की नैया पार लग सकती है। संत अनुज दास ने कथा व सत्संग का महत्व बताते हुए कहा कि सत्संग मानव को मानव बनाता है, वहीं कथा जीवन में परिवर्तन लेकर आती है। अतएव कथाओं के सार को हमें जीवन में ग्रहण करना होगा। सन्त अनुज दास ने भक्त व भगवान की महिमा एवम भक्त के पास भगवान बनाने शक्ति बताते हुए भक्त नरसिंह मेहता पर विस्तार से प्रकाश डाला। संत अनुज दास ने कहा कि बिना भक्ति के नर तन फीका है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि त्यागमय जीवन ही व्यक्ति के व्यक्तित्व को महान बनाता है। संत अनुज दास ने संतो को जगत में परम हितकारी बताते हुए कहा कि संतों का जीवन कल्याण के लिए होता है। संत के आगमन से संस्कृति सुधर जाती है ,वही दूसरी ओर बसंत के आने से प्रकृति में निखार आ जाता है। संत अनुज दास ने इस अवसर पर कथा में संत पीपा, भक्त नरसिह मेहता व भगवान शंकर की भक्ति तथा हुण्डी व कुमकुम पत्रिका के प्राचीन काल के प्रचलन की परम्पराओं व शैली पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर उन्होंने कथा में धन की तीनो गतियां दान, भोग व नाश पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें धन का सदुपयोग कर परमार्थ एवं जीव मात्र के कल्याण में निस्वार्थ रूप से लगाना चाहिए। संत सागर दास के सान्निध्य में प्रारम्भ हुए नानीबाई के मायरे की कथा वाचन से पूर्व व्यास पीठ पर विराजित संत अनुज दास , संत सागर दास , व्यास पीठ पर बिराजित ठाकुर जी की पूजा अर्चना देवी सिंह राणावत भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री, सरपंच सुखराज सालवी, मांगीलाल अहिर, मांगीलाल जाट जय सिंह पुरा, हिम्मत सिंह चौहान, भंवर लाल कुमावत , घीसुलाल कुमावत, भैरूलाल गुर्जर, अमर चंद गुर्जर, भंवर लाल गुर्जर, उदय लाल गुर्जर, कालूनाथ योगी, स व पप्पू लाल सेन व सत्यनारायण गर्ग ने कर संतो को ऊपरना ओढ़ा व माल्यार्पण कर स्वागत अभिनन्दन किया। इस अवसर पर वाद्ययंत्रो के कलाकारों का भी सम्मान
किया गया। आयोजन के मीडिया प्रभारी मधुसूदन शर्मा ने बताया मंच का संचालन बानसेन के पंडित मोनू शर्मा ने वैदिक मन्त्रोंचार से पूजा अर्चना सम्पादित कराई। मिडिया प्रभारी मधुसूदन शर्मा ने बताया कि आगंतुक अतिथियों का सम्मान सरपंच सुखराज सालवी, आयोजन समिति सहित ग्राम वासियों ने ऊपरना ओढ़ा कर किया। मीडिया प्रभारी शर्मा के अनुसार नरसी बाई के मायरे में जगदीश महाराज द्वारा बाल कलाकारों को प्रसंग के अनुसार भक्त नरसिंह मेहता व शिष्य मंडली, भगवान शंकर तथा श्री कृष्ण के रूप धारण करा जीवंत प्रस्तुतियां दिलाई। वहीं दूसरी ओर वाद्य यंत्र की सुमधुर सुरीली स्वर लहरियों के बीच भजन गायक सीताराम दास वैष्णव ने विभिन्न राग रागनियो में प्रसंगानुकूल भजनों की प्रस्तुतियों के साथ साथ भक्त नरसिह मेहता की प्रिय राग “केदार” “दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अखियां प्यासी रे” गीत की भव्य प्रस्तुतियां देकर उपस्थित श्रद्धालुओं को भावविभोर किया। कथा के अंत में आरती उतार कर श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।