वीरधरा न्यूज़।गंगरार@ श्री कमलेश सालवी।
गंगरार।मेवाड़ विश्वविद्यालय और एसोसिएशन ऑफ इण्डियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू) के संयुक्त तत्वाधान में मेवाड़ विश्वविद्यालय मे गुरुवार से दो दिवसीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति व वर्तमान राजस्थान उच्च शिक्षा आयोग के उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा, प्रोफेसर जीके अग्रवाल सहित कई विषयों के विशेषज्ञों की उपस्थिति में महाराणा प्रताप सेमिनार हॉल में कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसकी शुरूआत मेवाड़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ अशोक कुमार गदिया की उपस्थिति में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर की गयी। इसके बाद मुख्य अतिथि का अतिथि का परंपरागत रूप से स्वागत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कैलाश शर्मा ने इस प्रतियोगिता के विषय ‘‘भारतीय लोकतन्त्र में मतदान अनिवार्य होना चाहिए‘‘ पर उद्बोधन देते हुए कहा कि हमारे देश में विभिन्न तरह की संस्कृतिया निवास करती है विविधता में एकता का संदेश देती है। साथ ही हमारे देश की जनता हमारे देश की सरकार चुनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और यही सरकार हमारे देश का भविष्य अपनी योजनाओं के द्वारा निर्धारित करती है। इसलिए हम सब भारतवासियों का फर्ज बनता है कि हम मतदान अवश्य करें और भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाएं।
उन्होंने कहा कि वाद विवाद के इस विषय को चुनने का मकसद यही है कि हम युवा शक्ति से अपने अपने विचार जानने और उनकी प्रतिक्रिया के माध्यम से यह निष्कर्ष निकाल सके कि हम लोकतंत्र को कैसे मजबूत बना सकते हैं।
इस अवसर पर मेवाड़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ अशोक कुमार गदिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत युवाओं का देश है और हमारा पहला कर्तव्य हैं कि हम युवाओं को शिक्षित व प्रशिक्षित करे ताकि हमारा देश विश्व में महाशक्ति के रूप में जाना जा सके। हमारी भारत माता 70 करोड़ नौजवानों की मां है और उन्हें एक दिशा देने की आवश्यकता है ताकि वे देश के विकास में भागीदारी निभा सकें। उन्होंने आगे कहा कि भारत देश किसी से कम नहीं है बस आज हमें इस ताकत को सही दिशा में लगाना है और इस देश का सर्वश्रेष्ठ युवा ही इसे विश्व शक्ति बनाएगा।
इस अवसर पर प्रति कुलपति डॉ आनंद वर्धन शुक्ला ने कहा कि वाद विवाद प्रतियोगिता वैदिक परंपरा से चली आ रही है और किसी समस्या के समाधान को निकालने के लिए वाद विवाद प्रतियोगिता एक सही निष्कर्ष तक पहुंचने की प्रक्रिया है। मतदान अनिवार्य वाद विवाद प्रतियोगिता यह तय करेगी कि मतदान एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए कितना आवश्यक है ताकि हम लोकतंत्र को मजबूत करने में सहयोग कर सकें।
प्रतियोगिता के संयोजक डाॅ. लोकेश शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में देशभर से 250 के छात्र-छात्राऐं हिस्सा ले रही है। जिसमें केन्द्रीय विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय दिल्ली, जामिया मिलिया विश्वविद्यालय दिल्ली, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय आदि विश्वविद्यालय की टीमें हिस्सा ले रही है। आयोजन समिति अध्यक्ष डाॅ. चित्रलेखा सिंह ने बताया कि इस प्रतियोगिता में प्रत्येक विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम की दो टीमें शामिल है। प्रत्येक टीम में दो विद्यार्थी भाग लें रहे हैं। इनमें से जो टीमें दोनों माध्यमों में विजेता होंगी उन्हे अलग-अलग प्रथम विजेता के रूप में 31000/- द्वितीय विजेता के रूप में 21000/- और तृतीय विजेता के रूप में 11000/- रूपये का पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। इसके अलावा बेस्ट स्पीकर अवार्ड के रूप में 11000/- रूपये का इनाम दिया जायेगा। कार्यक्रम संयोजक वीरेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि प्रतियोगिता में ऑवर ऑल चैम्पियन जो विश्वविद्यालय टीम बनेगी उसे पांच लाख रूपये और ‘‘श्री नंदलाल गदिया मेमोरियल रनिंग ट्राॅफी‘‘ पुरस्कार के रूप में प्रदान किया जायेगी। गुरुवार को हिंदी भाषा में 156 प्रतिभागियों ने भाग लिया और विषय से संबंधित अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
इस आयोजन में कुलपति प्रोफेसर आलोक मिश्रा, प्रति कुलपति सर्वोत्तम दीक्षित सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।