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जोधपुर-एमबीएम विश्वविद्यालय की पहली बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट मीटिंग आयोजित,10 शिक्षक पद्दोन्नत

 

वीरधरा न्यूज़।भीलवाड़ा@ श्री पंकज आडवाणी।
जोधुपर। एमबीएम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजय कुमार शर्मा ने पहली बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट मीटिंग में शिक्षकों को प्रमोशन के रूप में नववर्ष का तोहफा दिया। उन्होंने नववर्ष से पूर्व ही 6 विभागों के दस शिक्षकों को पदोन्नत कर नववर्ष का तोहफा दिया। प्रमोशन इस मायने में बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि शिक्षकों का प्रमोशन सालों से अटका हुआ था।कुलपति की इस पहल से शिक्षकों में उर्जा का संचार हुआ है। विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की बहुप्रतीक्षित मांग को ध्यान में रखते हुए कुलपति ने 06 विभागों के 10 शिक्षकों (वास्तुकला विभाग के 02, केमिकल विभाग के 01, कंप्यूटर विभाग के 02, मेकेनिकल विभाग के 02, माइनिंग विभाग के 01 और स्ट्रक्चर विभाग के 02) का करियर एडवांसमेंट स्कीम (कैस) के अंतर्गत प्रमोशन प्रदान किया गया।केमिकल विभाग के डॉ. अनिल व्यास, कंप्युटर विभाग के डॉ. श्रवणराम, माइनिंग विभाग के डॉरामप्रसाद चौधरी, स्ट्रक्चर विभाग के डॉ. शैलेश चौधरी (चीफ प्रोक्टर) व डॉ. अर्चना बोहरा गुप्ता को एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर के पद पर पदोन्नत किया गया। वास्तुकला विभाग केआर्किटेक्ट कमलेश कुम्हार (एनसीसी अधिकारी) व आर्किटेक्ट प्रियंका मेहता को स्टेज 2 से 3में पदोन्नत किया गया। मकैनिकल विभाग के डॉ. मनीष भण्डारी व अमित मीणा को स्टेज 1 से2 में पदोन्नत किया गया। कंप्यूटर विभाग की डॉ. सिमरन चौधरी को भी स्टेज 1 से 2 में पदोन्नत किया गया। कुलपति ने सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि सभी शिक्षक पूर्ण मनोयोग एवं पहले से अधिक उत्साह के साथ अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों का सम्यक निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रों को गढ़ने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। शिक्षक का तनाव रहित एवं ऊंचे मनोबल के साथ कार्य करना आवश्यक है, जिससे वे विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में अहम भूमिका निभा सकें।कुलपति ने पदभार ग्रहण करते ही स्पष्ट संदेश दिया था कि सभी लंबित प्रकरणों को शीघ्र ही सकारात्मक रूप में निराकृत किया जाएगा। अतः इस दिशा में विश्वविद्यालय में शिक्षण, शोध, अनुसंधान, नवाचार एवं अधोसंरचना के साथ ही प्रशासनिक व्यवस्था में भी वांछित सुधार किये जा रहे हैं। प्रमोट हुए शिक्षकों के बीच कुलपति की इस उत्साहवर्धक पहल ने नवीन ऊर्जा का संचार किया।

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