राजसमंद-इंद्र कुमार मेघवाल हत्याकांड मामले को लेकर दलित आदिवासी संगठनों ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
वीरधरा न्यूज़।राजसमंद@ श्री देवीलाल भील पिपली अहीरान।
राजसमंद।इंद्र कुमार मेघवाल हत्या करने के मामले को लेकर आज दलित आदिवासी संगठनों द्वारा राष्ट्रपति भारत सरकार, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर राजसमंद को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें दलित समाज के संगठन आदिवासी समाज के संगठन थे। इंद्र कुमार मेघवाल हत्या करने के मामले को लेकर आज दलित आदिवासी संगठनों द्वारा महामहिम राष्ट्रपति महोदय भारत सरकार राज्यपाल मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर राजसमंद को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें दलित समाज के संगठन आदिवासी समाज के संगठन थे जालोर जिले में सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गाँव में अनुसूचित जाति के छात्र इन्द्र कुमार मेघवाल पर, छैलसिंह प्रधानाध्यापक, सरस्वती विद्या मन्दिर विद्यालय, सुराणा, जिला जालोर (निजी विद्यालय) द्वारा हाल में विद्यालय पानी के मटके को छूने पर जघन्य हत्या करने के मामले में न्याय दिलाने के लिए जालोर जिले के सायला क्षेत्र के सुराणा गाँव में स्थित सरस्वती विद्यालय के तीसरी कक्षा में पढ़ रहे छात्र इन्द्र कुमार (8) पुत्र देवाराम मेघवाल की स्कूल के प्रधानाध्यापक छैलसिंह द्वारा पिटाई (दिनांक 20.07.2022 ) करने के बाद मृत्यु (दिनांक 13.08.2022 ) हो गई है। छात्र इन्द्र कुमार द्वारा प्रधानाध्यापक की अलग से रखी मटकी से पानी पीने पर प्रधानाध्यापक द्वारा अनुसूचित जाति के छात्र की हत्या के इरादे से भयंकर रूप से पिटाई की गई, जिसके उपरान्त अनुसूचित जाति के छात्र को बागोडा, भीनमाल, डीसा, मेहसाणा, उदयपुर एवं अहमदाबाद के अस्पताल में ईलाज कराया गया। 23 दिनों के उपचार के बाद भी छात्र इन्द्र कुमार को नही बचाया जा सका। अतः यह विद्यालय प्राधानाचार्य की अभिरक्षा में मौत (custodial death) हुई है। परन्तु सरकार की नजरों में यह अभी तक एक साधारण सा प्रकरण ही रहा है भारत सरकार एवं राज्य सरकार आजादी की 75 वर्ष पूर्व होने पर आजादी के अमृत महोत्सव का आयोजन कर रही है दूसरी तरफ राज्य में अभी भी अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्तियों को उच्च जातियों के साथ पानी पीने तक का अधिकार नहीं है तथा अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्ति को उच्च जाति के मटके से पानी पीने की सजा, जघन्य हत्या के रूप में दी गई है इस प्रकरण में सभ्य समाज में जघन्यता की सारी सीमाएं लांघी गई है। ऐसे प्रकरणों से अनुसूचित जाति वर्ग आक्रोषित हैं। अगर आक्रोषित समाज आन्दोलन की राह पकड़ता है तो सरकार इसके लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगी। सरकार उचित कदम उठा कर इस परिस्थिति से बच सकती हैं श्रीमान से अनुरोध है कि इस प्रकरण से आहत अनुसूचित जाति वर्ग आपसे निम्न मांगे रखता है : 1. इस घटना पर लापरवाही बरतने के कारण सबन्धित थानेदार एवं उप जिला मजिस्ट्रेट से लेकर जिला कलेक्टर व मजिस्ट्रेट एवं जिला पुलिस अधीक्षक को तत्काल निलंबित किया जाए। 2. सुराणा गाँव में एवं इसके पास के 25 किमी तक के सभी गाँवों की सुरक्षा राजस्थान पुलिस की आरएसी बटालियन के सुपुर्द की जाएं पीडित समाज को समझोते के लिए बाध्य करने के लिए विभिन्न समाज पंचायतों द्वारा गैर कानूनी पंचायते आयोजित करके गैर कानूनी लिखित ओदश जारी किए जाएंगे। इसके मध्यनजर यह कदम अति आवश्यक है। 3. जातिगत आंतक अब राजस्थान में पूर्ण आतंकवाद बन गया है और राजस्थान के अधिकांश जिलो में जातिगत आतंकवाद पूर्ण आतंकवाद का रूप ले चुका है। इसलिए इस प्रकरण में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 की धाराओं के साथ-साथ आतंकवादी एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही हो तथा छैलसिंह के परिवार की सम्पतियां जब्त की जाए। 4. आशा है सरकार मुआवजा देते वक्त सरकर द्वारा आतंकवादी गतिविधियों से पीडित व्यक्तियों के लिए स्व. कन्हैया लाल, उदयपुर ( नूपुर शर्मा से जुड़ा मामला) प्रकरण की तरह निम्नांकित सहायता इस प्रकरण में भी पीडित परिवार को दी जाएगी, रू50 लाख का अतिरिक्त मुआवजा। पीडित परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी। 5. यह कि पीड़ित परिवार को त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए मामले को केस ऑफिसर स्कीम के तहत शामिल कर मामले में अविलम्ब केस ऑफिसर नियुक्त किया जाए। पुलिस महानिदेशक को निर्देश जारी किए जाए कि इस प्रकरण में 15 दिन में स्पेशल कोर्ट में चालान पेश किया जावें तथा राज्य सरकार द्वारा मा. उच्च न्यायालय को लिखा जावें कि स्पेशल कोर्ट में रोज सुनवाई करके शीघ्र निर्णय देवे। 6. पीड़ित परिवार का अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम् 1989 के अन्तर्गत 15 दिवस में पुनर्वास निश्चित किया जाए जिसने भीम सेना के जिलाध्यक्ष किशन लाल मेघवाल कुंभलगढ़ मेवाड़ आदिवासी भील समाज राजसमंद के युवा जिलाध्यक्ष देवीलाल भील पिपली अहिरान भीम आर्मी के प्रभारी राजेश भील मेवाड़ आदिवासी भील समाज राजसमंद के जिला अध्यक्ष रोशन लाल आदिवासी भीम सेना की जिला अध्यक्ष उषा रेगर भीम आर्मी की जिलाध्यक्ष प्रियंका भील भील प्रदेश के कार्य कर्ता शांति लाल भील झोर मुकेश जी ऐरवाल अर्जुन मीना प्रकाश भावु राम बिटीटीएस पूर्व जिला अध्यक्ष वनेश राणा सीआईडी संगठन अध्यक्ष कैलाश भील तहसील अध्यक्ष किशन लाल ढेलाना जालु राम लादू राम व सैकड़ों की संख्या में लोग युवा थे।