वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़।शास्त्रीय नृत्य कथक के क्षेत्र में एक जाना माना नाम जयपुर घराने की अंतर्राष्ट्रीय कलाकार लीना मालाकार विज का है जो पिछले 10 से अधिक वर्षों से भारत ही नहीं विदेशों में भी अपनी प्रस्तुतियां दे रही है।काठमांडू की मूल निवासी लीना अपने गुरु हनी श्रेष्ठ के द्वारा इन्हें भारत लाया गया। आई.सी.सी.आर. की स्कॉलरशिप और पैनल आर्टिस्ट है। श्रीराम भारतीय कला केंद्र, नई दिल्ली की नन्दनी सिंह के निर्देशन में कत्थक की ट्रेडिशनल टेक्निक से कथक की पिछले वर्षों में सभी नामी फेस्टिवल में भारत ही नहीं विदेशों मे भी प्रस्तुतियां दी है। भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय से स्कालरशिप प्राप्त है ।
सुर संवाद मुम्बई से 2007 मे अभिनय कला सम्मान एवार्ड भोपाल,2009 में प्राप्त हुआ है । आई.आई. डी.एफ.से संयुक्ता पाणिग्रही मेमोरियल एवार्ड 2015 मे प्राप्त हुआ है।
लेक्चर डिमोस्ट्रेशन भी भारत ही नहीं विदेशों में भी करती रही है।
श्रीलंका, स्पेन बार्सिलोना, ब्राजील, मिडिल ईस्ट के देशो, लंदन, नेपाल आदि में भी प्रस्तुतियां दी है।
पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जे.पी. भटनागर ने बताया कि शास्त्रीय नृत्य कथक की सोमवार 18 जुलाई को साढे दस बजे राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गणेश पुरा मे तथा 12.00बजे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय डगलाखेडा मे कथक नृत्य की प्रस्तुतियां होगी।
जिला अध्यक्ष गोविन्द लाल गदिया ने बताया कि तैयारियां पूर्ण हो गयी है।