कपासन : प्रतिभाएं सुविधाओं की मोहताज नही होती विधवा मां के साए में पल रही तीन बेटियां शिक्षा जगत की मिशाल कायम कर रही।
वीरधरा न्यूज।कपासन@ श्री रोशन लाल रेगर।
कपासन।विगत दस वर्षों से अकेली मां के आंचल में पल रही बेटियां शिक्षा जगत के लिए प्रेरणा की मिशाल कायम कर रही है। एक बेटी डिंपल ने दसवीं बोर्ड में 92%अंक हासिल कर पी ई ओ क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं अंजली ने बारहवीं बोर्ड में 82%अंक हासिल कर प्रथम स्थान प्राप्त किया तो छोटी बहिन हिमांशी ने आठवीं बोर्ड परीक्षा में ए प्लस ग्रेड से पी ई ओ क्षैत्र में प्रथम स्थान प्राप्त किया। मां मंजू देवी ने मजदूरी के सहारे भरण पोषण कर गुजारा करते हुए बालिकाओं की पढ़ाई जारी रखी। वर्ष भर बाद बालिका स्कूल में कुक का काम मिल गया जिससे एक हजार रुपए मासिक की आर्थिक सहायता प्राप्त होने लगी। एक बेटी व्याख्यता एक बेटी प्रशासनिक सेवा में तो सबसे छोटी बेटी हिमांशी डॉक्टर बनना चाहती हैं। तीनों ही बहनों ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता मंजू देवी एवम विद्यालय स्टाफ एवम प्रधानाचार्य यशवंत कुमार जागेटिया को दिया है। दो बेटियों को गार्गी पुरस्कार मिला साथ ही तीनों बेटियो का बारहवीं कक्षा तक आवश्यक शिक्षण सामग्री निशुल्क मिलती रहेंगी।