वीरधरा न्यूज़।शंभूपुरा@डेस्क।
शंभूपुरा।कहने को तो सरकारी कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ करवाए जाते हैं और राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर जिले के अरनिया पंथ पीएचसी के घटिया निर्माण ने सरकार के इन सारे दावों पर पानी फेर दिया है।
गौरतलब है कि अरनिया पंथ पंचायत मुख्यालय पर करोड़ों की लागत में बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आमजन की सुविधा के बजाय घटिया निर्माण और भ्रष्टाचार व मिलीभगत का जीता जागता उदाहरण बन कर रह गया है।
बता दें कि इस पीएससी का लोकार्पण प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना की उपस्थिति में एक विशाल समारोह में उनके हाथों से 23 मार्च 2021 को हुआ था इसके निर्माण की गुणवत्ता इतनी खराब रही कि मात्र कुछ महीने बाद ही हुई पहली बारिश भी पीएचसी की छतें नहीं जेल पाई और पानी टपकने लगा जिससे यह कहना गलत नहीं होगा की जिसकी भी निर्माण में भूमिका रही स्थानीय जनप्रतिनिधि और ठेकेदार व अधिकारियों की कहीं ना कहीं मिलीभगत प्रतीत होती हैं जिससे घटिया निर्माण व भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी।
अब सवाल यह उठता है कि करोड़ों रुपए की लागत से बनाया भवन अगर पहली बारिश ही नहीं झेल पाया और इसकी समय रहते किसी प्रकार की जांच और मरम्मत भी नहीं हुई जिसके चलते इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भविष्य में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता हैं जिससे यहां आने वाले स्टाफ और मरीजों के लिए खतरा बना हुआ है और बड़ा हादसा होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता।
आपको बता दें कि जिले में देवरी के बाद में अरनिया पन्थ पीएससी में घटिया निर्माण का मामला सामने आया है अब देखना यह जिले के बड़े अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस मामले का संज्ञान लेकर किसी तरह की कार्रवाई अमल में लाएंगे या फिर ऐसे ही चलता रहेगा यह तो समय के गर्त में है फिलहाल अरनिया पंथ पीएससी भी आमजन के लिए समस्या का कारण बना हुआ है।
इन्होंने ये कहा-
पीएचसी प्रभारी डॉ अनस शेख ने बताया कि बिल्डिंग से पानी टपक रहा है, में अभी नया ही आया हु स्टाफ ने बताया पहले भी पानी टपक रहा था, जल्द अधिकारियों को लिखित में दिया जायेगा।
सीएमएचओ डॉ रामकेश गुर्जर ने कहा कि देवरी पीएचसी का मामला सामने आया जिसके लिए कार्यवाही हेतु मेने लिख दिया है कार्यवाही जारी है, वही अरनिया पन्थ का भी अब घटिया निर्माण का मामला अभी सामने आया है जल्द इस पर भी उचित कार्यवाही की जाएगी।