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सिरोही-आक्रोश प्रकट कर दिया ज्ञापन, मुख्यमंत्री इस्तीफा दो,कांग्रेस सरकार को हर मोर्चे पर बताया विफल।

वीरधरा न्यूज़।सिरोही@श्री राकेश वैष्णव।

सिरोही। जिला भाजपा महिला मोर्चा ने राज्य कांग्रेस सरकार को महिला विरोधी बताते हुए प्रदेश में बढ़ते महिला उत्पीड़न, बलात्कार, गैंगरेप की घटनाओं के लिए लचर कानून व्यवस्था और इसमें राज्य सरकार की विफलता बताते हुए सरकार की कडे शब्दों में निंदा कर मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर बर्खास्त करने को कहा। महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अंशु वशिष्ट के नेतृत्व में मोर्चा पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पर तीव्र आक्रोश प्रकट कर हल्ला बोल के माध्यम से सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
राजस्थान में कांग्रेसनीत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासन में महिलाएं सुरक्षित नहीं है और बेतहाशा बढ़ते महिला अपराध के मामले होने के आरोपों के साथ अखबार कटिंग की प्रतियां लहराते हुए शुक्रवार को सिरोही जिला कलेक्ट्रेट पर भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष अंशु वशिष्ठ के नेतृत्व में पंचायत समिति सदस्य रेनू वर्मा, पार्षद बबीता मखीजा, महालक्ष्मी झा,  मीना खंडेलवाल, सुरेखा मोदी समेत वरिष्ठ पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने कार्यक्रम ‘हल्ला बोल’ के द्वारा नारेबाजी करते हुए सरकार की चुप्पी और निष्क्रियता पर मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की।
इस मौके पर सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि लगातार राज्य में गैंगरेप होने की घटनाएं शर्मसार कर रही है वही लचर कानून व्यवस्था से अपराधियों के हौसले बुलंद हुए हैं। इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर कालूराम खोड़ को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया। इस मौके पर ममता कश्यप, पूर्व पार्षद प्रीति चौहान, सविता सूर्यवंशी, सज्जन कवर, वीणा रावल, जसवंत कुंवर सहित भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल, महामंत्री वीरेंद्र एम चौहान मौजूद थे।

शिक्षा मंत्री डोटासरा की टिप्पणी असहनीय, सोच उजागर

पिछले दिनों राज के शिक्षा मंत्री गोविंदसिंह डोटासरा के दिए बयान की तीव्र निंदा कर महिला मोर्चा ने कहा कि इससे राज्य की महिलाएं आहत हुई है और इस प्रकार की अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मोर्चा ने आरोप लगाया कि महिलाओं के प्रति मंत्रियों की घटिया सोच के कारण राज्य में महिला उत्पीड़न के मामले बढ़ रहे हैं और युवातियां सुरक्षित नहीं है। कहा कि ‘नाथी का बाड़ा’ के ज्ञानी डोटासरा का प्रवचन- “जिस स्कूल में महिला शिक्षक अधिक होंगी वहां लड़ाई झगड़े भी ज्यादा होंगे।” यह कथन सरकार कि मंत्रियों की अपरिपक्व कार्यशैली को दर्शाता है।

महिलाओं व बच्चियों के लिए सर्वाधिक असुरक्षित प्रदेश बनाया

राज्यपाल के नाम दिए गए ज्ञापन में महिला मोर्चा ने लिखा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े सरकार के महिला मामलों में इजाफे की पोल खोल रहे हैं और राजस्थान को सर्वाधिक असुरक्षित माना जा रहा है। इसमें वर्ष 2020 में देश में दुष्कर्म के सबसे अधिक 5310 मामले राजस्थान में दर्ज किए गए, इसमें भी 1279 केस में नाबालिगों के साथ दुष्कर्म होना राज्य में महिलाओं के असुरक्षित माहौल की स्थिति की भयावहता को दर्शाता है। कहा कि सरकार की ओर से ठोस और उचित कदम नहीं उठाने से जहां असुरक्षा का माहौल बना है वही ऐसी परिस्थितियों में कांग्रेस सरकार इन पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है।

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