वीरधरा न्यूज़।चिकारडा @ श्री पवन अग्रवाल।
डूगला नगर का एकमात्र पार्क जो कि बड़ीसादड़ी मार्ग पर स्थित है जहां सुबह एवं शाम के वक्त नगरवासी ठंडी हवा के साथ सकून भरा समय व्यतीत करने के लिए पार्क में पहुचते हैं लेकिन यहां पर भी ग्रामीणों को सुकून नसीब नही हो पा रहा है ।
ऐसा ही एक वाकिये की जानकारी में एक जागरूक ग्रामीण ने बताया कि बड़ीसादड़ी रोड पर स्थित सार्वजनिक पार्क के पास से 11 केवी की लाइन गुजर रही है उक्त लाइन के पोल का झुकाव पार्क की ओर हो रहा है जिसके चलते पार्क में खड़े पेड़ तारों को छु रहे हैं ये पोल हादसे को खुला आमंत्रण दे रहा है। पेड़ को छूने से उसमें करंट प्रवाहित होकर पेड़ की टहनियां पत्तियां जल रही है, इसके चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है इसको लेकर अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के कार्यालय से संपर्क किया गया लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया इस पर राजस्थान पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई गई शिकायत दर्ज के 26 दिन बाद प्रार्थी के पास फोन पर मैसेज आता है कि आपकी शिकायत रद्द की जाती है और एफआरटी टीम आकर आपको संतुष्ट करेगी । राजस्थान पोर्टल भी इस बात को हल्के में लेकर इस तरह के मैसेज कर रहा है। इसका सीधा सीधा यही बात हो गई कि पोर्टल का कोई महत्व ही नही रह है । ग्रामीणों के साथ मात्र छलावा है पोर्टल के नाम पर, जबकि मौके पर ऐसा कुछ भी नहीं होता है और विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा शिकायतकर्ता प्रार्थी को धमका कर कहा जाता है कि आप अपनी शिकायत उठा लीजिए आपका कार्य कर दिया जाएगा। कार्य भी नही करना और रिपोर्ट भी उठानी। चोरी और सीना जोरी वाला मामला सामने है । लेकिन असल में अब तक कोई भी कार्य की प्रगति पर नहीं दिखा। पिछले दो-तीन दिनों से बरसात निरंतर जारी है इसके चलते ग्रामीण पार्क में भी जाने से कतरा रहे है की जाएंगे और करंट दौड़ गया तो जिम्मेदार कौन। समस्या जस की तस बनी हुई है, अन्य ग्रामीण किशन लाल ने बताया कि गर्मी के मौसम के आते ही मानसून पूर्व रखरखाव के लिए घंटों बिजली काटी जाती है तो क्या सरकार के साथ धोखा है या ग्रामीणों के साथ छलावा। रख रखाव की लाइट काटने के बाद भी मात्र जनता के साथ धोखा है केवल खानापूर्ति के लिए गर्मियों के मौसम में घंटो घंटो तरबतर पसीने में बैठा रहना पड़ता है सोचते हैं चलो बरसात में शकुन से बिजली आपूर्ति चालू रहेगी और चैन से सांस ले पाएंगे लेकिन विभाग के अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी सार्वजनिक पार्क की समस्या का समाधान नहीं हुआ। लॉकडाउन में मिलि ढील की वजह से बगीचे में भी जन समुदाय एवं बच्चों की संख्या काफी रहती है। अगर किसी को करंट लग गया तो क्या होगा बेकसूर लोगों की जान पर बन आएगी। उसका जवाबदार कोंन होगा। उससे पहले विभाग के कर्मचारियों की आंखें खुल जाए तो अच्छा है। नहीं तो नागरिकों को मजबूरन कोई अन्य रास्ता अपनाना पड़ेगा। उसके जवाबदार भी निगम रहेगा।
इनका कहना:-
मेने सहायक को भेजा था लेकिन ग्राम पंचायत ने पेड़ काटने से मना कर दिया तो इस पर मैं क्या करता । फिर भी में दिखवाता हु ।
– सहायक अभियंता अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड डूंगला।
पोल के झुकने से पार्क में खड़े पेड़ में करंट आने से टहनियां पत्तियां सूख रही है अगर पोल को सीधा कर दिया जाए तो करंट आना भी रुक जाएगा । और पेड़ भी जिंदा नहीं जलेगा ।
– ग्रामीण किशनलाल शर्मा