शंभूपुरा में पिछले 7 साल से महानरेगा में मेट का काम कर रही दीपमाला राजपूत ने शंभूपुरा सरपँच अजय चौधरी पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि मुझे पिछले एक साल से सरपँच ओर ग्राम पंचायत स्टाफ द्वारा परेशान किया जा रहा है, ओर पंचायत जाती हु तो सभी हर कुछ भी अपशब्द बोलकर मेरी खिल्ली उड़ाई जाती है, सचिव को सब पता है लेकिन सरपँच के दबाव में कोई एक्शन नही ले रही, उन्होंने बताया कि में विधवा हु ओर मेरे छोटे छोटे बच्चे है में ईमानदारी से काम कर घर का गुजारा चला रही लेकिन यह शंभूपुरा सरपँच को गंवारा नही गया और हमेशा मुझे परेशान करता रहा है, जहा नरेगा काम चलता वहाँ पीने के पानी की व्यवस्था भी नही की जाती, इसे लेकर भी मेने जेईएन को अवगत करवाया फिर उन्होंने पानी शुरू करवाया था, मुझे बार बार हटाने की धमकियां दी जाती, मुझे कहा कि तुम्हारे विधवा पेंशन बन्द कर दूंगा तुम्हे शंभूपुरा में भी नही रहने दूंगा लगातार मुझे परेशान करता रहता है, वही उन्होंने कहा कि मुझे कुछ समय पहले एक परिवार की कुछ औरतों की फर्जी हाजरी भरने के लिए कहा गया जो कि कोरोना पोसिटिव होने के कारण काम पर नही आ रही थी, मेने सरपँच को इसके लिए मना कर दिया कि में ऐसा नही कर सकती तो मेरा मस्टरोल होते ही मुझे बिना किसी सूचना और बिना नोटिस के हटा दिया जबकि मेरी कोई गलती नही थी, मेने इतने सालों से ईमानदारी से काम किया जिसका मुझे इन लोगो द्वारा ये इनाम दिया जा रहा है और सरपँच द्वारा बिना किसी ट्रेनिंग के उनके खास व्यक्ति रवि सुथार को लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि मैने जिला कलक्टर को भी एप्लिकेशन देकर न्याय कि गुहार लगाई है, मेरे साथ बहुत बुरा हो रहा मेरे बच्चे और हमारी इनकी वजह से भूखे मरने की नोबत आ रही है, अगर अब भी न्याय नही मिला तो बच्चो के साथ कलक्ट्रेट पर अनशन पर बैठूंगी। उन्होंने महानरेगा में सरपँच की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए त्वरित जांच कर कार्यवाही की मांग की।
इन्होंने ये कहा- ——————————- इधर मामले पर स्थानीय सरपँच अजय चौधरी ने कहा कि मुझ पर लगे आरोप निराधार है मुझे शिकायत मिलने पर मैने मेट से हटाया ओर फर्जी हाजरी भरने की बात की गई उन्हें में जानता तक नही।
मामले पर जिला परिषद सीईओ ज्ञान मल खटीक ने कहा कि अगर ऐसा है तो गलत हुआ है, जल्द मामले की जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।