बच्चों में विटामिन-ए की कमी के कारण पड़ने वाले दुष्प्रभावो को रोकने के लिये 30 अप्रैल से 30 मई तक जिले में चलाया जाएगा सघन अभियान।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जिलें में बाल स्वास्थ्य पोषण के तहत बच्चों को बीमारी एवं कमजोरी से बचाने के लिए विटामिन-ए की खुराक पिलाई जा रही है। बच्चों की खाने-पीने की आदतें और परिवेष के कारण कई बार खसरा, निमोनिया, दस्त रोग होने से भी शरीर में विटामिन-ए की कमी हो जाती है। केवल भोजन सामग्री से विटामीन ए की जरूरत के हिसाब से पूरी मात्रा शरीर को प्राप्त नही होती पाती हैं। अतः यह जरूरी हो जाता है कि उन्हे उपर से विटामिन-ए घोल की पूरक खुराक पिलाई जावे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश गुर्जर ने बताया जिले में 9 माह से 5 साल तक के डेढ लाख से अधिक बच्चों को विटामिन-ए घोल की पूरक खुराक पिलाने हेतु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से विटामिन-ए कार्यक्रम 30 अप्रेल से 30 मई तक के लिये संचालित किया जा रहा है। विटामिन-ए आंखों की बिमारीयों जैसे रंतौधी, अंधता से बचाव के साथ साथ बच्चों में शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए आवष्यक है। विटामीन-ए देने से बच्चो में दस्त एवं निमोनिया आदि बिमारीयों के घातक प्रभाव में कमी लाई जा सकती है।
अति. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी(प.क.) डॉ. ओ.पी. कुल्हरी ने बताया कि जिले के समस्त शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के सभी लक्षित बच्चों को दवा की सभी आंगनवाडी केन्द्रो, उप स्वास्थ्य केन्द्रो तथा शहरी प्राथ. स्वास्थ्य केन्द्रो पर खूराक पिलाई जायेगी। उन्होने बताया कि जिन गांवों मे आंगनवाडी केंद्र नही है अथवा पद रिक्त है, उन गांवों मे एएनएम द्वारा विटामीन-ए का घोल पिलाया जायेगा।