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संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एफसीआई गोदाम चन्देरिया का घेराव कर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।


संयुक्त किसान एवं मजदूर संघर्ष समिति के तत्वावधान में 5 अप्रैल को भारतीय खाद्य निगम, आगार चन्देरिया के बाहर फुड कोर्पोरेशन ऑफ इण्डिया बचाओं दिवस पुरे देश में मनाया गया।
चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया स्थित भारतीय खाद्य निगम आगार का घेराव कर संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रधानमंत्री और केन्द्रीय खाद्य मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें प्रमुख किसान नेताओं में सीटू के प्रदेश उपाध्यक्ष कालूलाल सुथार, भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभियन्ता अनिल सुखवाल, अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला संयोजक शान्ति लाल त्रिवेदी, ऑल इण्डिया एससी एसटी रेल्वे एम्पलोयज एशोसिएशन के आर एस गठवाल, अखिल भारतीय किसान सभा के मोहम्मद इकबाल, चित्तौड़ सिमेंट यूनियन के शिवदान सिंह, सिमेंट मजदूर यूनियन निम्बाहेड़ा के मोहन सिंह और उमेश लौहार उपस्थित थे।

किसान सभा को सम्बोधित करते हुए भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभियन्ता अनिल सुखवाल ने कहा कि देश के अन्नदाता किसानों के आंदोलन को आज चार माह से अधिक समय हो गया है वही दूसरी तरफ सत्ता के मद में अन्धी सरकार के कानों में जु तक नहीं रेंग रही है जो कि लोकतन्त्र के लिए बहुत बड़ा खतरा है। मोदी सरकार देशवासियों को झूठे सपने दिखा कर देश का किसानों, बैंकों, रेल्वे, रक्षा विभाग एवं तमाम राष्ट्रीय संपत्तियों को विश्व व्यापार संघ को भेंट कर चुके हैं|
आज देश का मजदूर किसान आम जनता तो क्या देश का व्यापारी वर्ग भी अपने आपको ठगा-ठगा सा महसूस कर रहा है लोक डाउन के बाद देश में खुदरा व्यापार आधा रह गया है, महंगाई दुगनी हो कर अपने चरम पर पंहुच गई है, शिक्षा हो बैंकिंग हो रेल हो या हवाई जहाज के टिकट सभी ऑनलाइन कर दिए गए हैं| देश के लाखों मजदूरों और किसानों के रोजगार छिन गए हैं और जिनके पास रोजगार था वे भी बेरोजगार हो गए हैं, मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए तीनों काले कृषि कानून उनके द्वारा वापस नहीं लिए गए तो हमारे देश का अन्नदाता विदेशी कंपनियों के बंधुआ मजदूर मात्र बनकर रह जाएंगे और जनता दाने-दाने की मोहताज हो जाएगी हमारे देश की एफसीआई बचेगी तो ही विद्यालयों में दोपहर का भोजन और राशन की वितरण प्रणाली बच पाएगी इसलिए आज हमारे देश के सभी भारतीय खाद्य निगम को निजी हाथों में जाने से रोकना देश की जनता एवं किसानों के लिए नितांत आवश्यक है यदि सरकार हमारी उचित मांगों को पूरा नहीं करती है तो किसान इस मगरूर सरकार को उचित समय आने पर जड़ मूल से उखाड़ फेंकने की ताकत भी रखता है|

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