वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
निकुंभ थाना अंतर्गत तेजपुरा की ढाणी में मोहनलाल पिता शंकरलाल मेघवाल निवासी तेजपुरा की ढाणी के खेत पर अवैध खैर की लकड़ी का भारी मात्रा में भंडारण किया हुआ है। मुखबिर की इस सूचना पर कार्यवायी हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह देवल के निर्देशन में विशेष टीम प्रभारी सुरेश कुमार के नेतृत्व में ललित कुमार हैड कानि मय टीम के तेजपुरा की ढाणी पहुंचे। ललित कुमार हेड कांस्टेबल ने निकुंभ कार्यवाहक थानाधिकारी दुर्गा लाल हेड कांस्टेबल को जरिए मोबाइल बताया कि मुझे विश्वसनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि गुलाम मोहम्मद पिता शेर मोहम्मद मुसलमान निवासी सादल खेड़ा ने गांव तेजपुरा की ढाणी में मोहन लाल पिता शंकरलाल मेघवाल निवासी तेजपुरा की ढाणी के खेत पर अवैध रूप से खैर की लकड़ी का काफी मात्रा में भंडारण कर रखा है। यदि इन्हें शीघ्र जब्त नहीं की गई तो अवैध खैर की लकड़ी को खुर्द बुर्द करने की पूर्ण संभावना है जिस पर दुर्गा लाल हेड कांस्टेबल मय जाप्ते के तेजपुरा की ढाणी में मोहनलाल मेघवाल के खेत पर पहुंचे | खेत पर अवैध रूप से खेर की लकड़ियों का काफी मात्रा में भंडारण हो रखा था। चार व्यक्ति कुल्हाड़ी से खैर की लकड़ीओं की छिलाई का कार्य कर रहे थे जो पुलिस जाप्ते को देखकर भागने लगे तो दुर्गा लाल हेड का व जाप्ते ने उक्त चारों व्यक्तियों को यथास्थिति रहने की हिदायत दी। उक्त चारों व्यक्तियों से नाम पते पूछे तो एक ने अपना नाम रामराज पिता परशुराम गौड उम्र 26 साल निवासी आदिवासी मोहल्ला ग्राम जमुनिया माल पोस्ट बोतराई तहसील व थाना पथरिया जिला दमोह एमपी दूसरे ने रामकृपाल पिता घनश्याम गौड आदिवासी उम्र 35 साल निवासी जमटुली तहसील राजनगर जिला छतरपुर एमपी तीसरे ने धर्म पिता करण जाति गोड आदिवासी उम्र 25 साल निवासी जमुनिया माल पोस्ट बोतराई तहसील व थाना पथरिया जिला दमोह एमपी तथा चौथे ने शौराब का पिता रहमत खां मुसलमान उम्र 51 साल निवासी नपावली थाना निकुम्भ जिला चित्तौड़गढ़ होना बताया जिस पर उक्त चारों व्यक्तियों को अपने कब्जे में इतनी मात्रा में खैर की लकड़ी रखने के अनुज्ञा पत्र के बाबत पूछा तो सभी ने नहीं होना बताया। चारों ने बताया कि उक्त खैर की गीली लकड़ी गुलाम मोहम्मद पिता शेर मोहम्मद मुसलमान निवासी सादल खेड़ा की है उसी ने हमें यहां लकड़ी की छिलाई व निगरानी के लिए रख रखा है। उक्त खैर की गीली लकड़ियां वन संपदा होने से जरिए मोबाइल वन नाका इंचार्ज भदेसर मनीष राज से बात की गई, नाका इंचार्ज मौके पर आए ओर उक्त भंडारित लकड़ियों को खैर की होना बताया जिसकी टी पी जारी नहीं की गई। नाका इंचार्ज ने बताया कि उक्त अवैध खैर की लकड़ी कहीं बाहर से लाकर के यहां इकट्ठी की गई है। जिस पर उक्त चारों व्यक्तियों को खैर की लकड़ी की तस्करी करने के लिए अपने कब्जे में रखने के कारण जुर्म धारा 41,42 फॉरेस्ट एक्ट व 379 आईपीसी में गिरफ्तार किया गया। खैर की लकड़ी गीली होने वह अधिक मात्रा में होने के कारण मौके पर वजन करना अव्यावहारिक था इस कारण जरिये फर्द वजह सबूत जब्त की गई। मौके पर लकड़ी छीलने के काम आने वाली चार कुल्हाड़ियों को भी वजह सबूत जब्त किया। मौके पर खड़ी एक मुलजिम की मोटरसाइकिल को भी जब्त किया गया। पुलिस ने पांच ट्रैक्टर ट्रॉली के सहित मौके पर मंगवाये, पुलिस व मौतबिरो ने उक्त अवैध खैर की लकड़ी को ट्रैक्टरों में भरा व ट्रैक्टरों को लेकर धर्म कांटे पर पहुंचे वहाँ परखैर की लकड़ी का तोल करवाया गया तो कुल 13 टन 810 किलोग्राम हुआ।
अवैध खैर की लकड़ी को नाका इंचार्ज व मौतबीरो के समक्ष वजह सबूत जब्त किया गया। उक्त खैर की लकड़ी व चारों अभियुक्तों को लेकर पुलिस थाने पर पहुंची। निकुंभ थाने पर प्रकरण दर्ज कर जांच जारी है|