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MSP गारन्टी कानून लागू कराने की मांग को लेकर चित्तौड़गढ़ जिले से होंगे 500 सत्याग्रही तैयार- अभियन्ता अनिल सुखवाल।

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।


सत्याग्रह को सफल बनाने के लिए किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष, रामपाल जाट की अध्यक्षता में बड़ का बालाजी धर्मशाला, जयपुर दो दिवसीय सत्याग्रह कार्यशाला का समापन हुआ, जिसमें भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चित्तौड़गढ़ के अभियन्ता अनिल सुखवाल ने राम पाल जाट को किसानों का सत्यनिष्ठ नेता और हितेषी बताकर उन्हें अपने संघटन भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति की तरफ से पूर्ण समर्थन प्रदान किया।
किसान महापंचायत के आह्वान पर दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसानों का सत्याग्रह आन्दोलन आयोजित होने की पूर्व तैयारियों के लिए जयपुर में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें राजस्थान के लगभग सभी जिलों की भागिदारी रही चित्तौड़गढ़ से भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अभियन्ता अनिल सुखवाल ने एक आम सत्याग्रही बनकर कार्यशाला में हिस्सा लिया।
रामपाल जाट ने अभियंता अनिल सुखवाल को चित्तौड़गढ़ जिले सहित राजस्थान के प्रत्येक जिलों में कम से कम 100 सत्याग्रही तैयार करने का लक्ष्य बताया जिस पर अभियंता ने सुखवाल ने उन्हें चित्तौड़गढ़ जिले की पांचों विधानसभा से सौ-सौ सत्याग्रही के साथ कुल 500 सत्याग्रही तैयार कर दिल्ली के जंतर मंतर में सत्याग्रह आंदोलन में शामिल कराने का आश्वासन दिया।
रामपाल जाट ने बताया कि हमारे सत्याग्रह आंदोलन का एक मात्र लक्ष्य किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून अधिनियम बनाने हेतु सरकार को बाध्य करना है सत्याग्रह का मकसद किसी भी सरकार को हटाना या दूसरी सरकार को सत्ता में लाना नहीं होगा अथवा किसी सरकार को सफल असफल बताना नहीं होगा, यदि किसी कारण से केंद्र सरकार उन्हें सत्याग्रह करने की अनुमति नहीं देती है तो भी माननीय उच्चतम न्यायालय से अनुमति प्राप्त कर किसान महापंचायत सत्याग्रह को ऐतिहासिक आन्दोलन का रूप प्रदान करेगी और तब तक नहीं हटेंगे जब तक हमारी मांगे मान सरकार कानून लागू नहीं कर देती।
अभियन्ता अनिल सुखवाल ने बताया की सत्याग्रह में एक समय पर पूरे राजस्थान के लगभग 200 सत्याग्रही जंतर मंतर पर उपस्थित रहकर सत्याग्रह करेंगे एवं सत्याग्रहीयों की अल्टरनेट व्यवस्था करने हेतु प्रत्येक जिले से कम से कम सौ- सौ सत्याग्रही तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि एक सत्याग्रही के स्थान छोड़ने पर दूसरे सत्याग्रही को उसके स्थान पर स्थानांतरित किया जा सके।
दो दिवसीय कार्यशाला में पूरे राजस्थान से लगभग 71 सत्याग्रहीयों ने भाग लिया एवं अपने-अपने जिलों में जाकर कम से कम सौ- सौ सत्याग्रही बनाने की शपथ ली।
अभियंता अनिल सुखवाल ने बताया की जयपुर में हुई कार्यशाला का मूल उद्देश्य सत्याग्रह को सफल बनाने हेतु नियमावली एवं अनुशासन की कार्यशाला लिया जाना था ताकि किसी भी कारण से सत्याग्रह आंदोलन में किसी भी प्रकार की राजनीतिक दल किसानों को गुमराह कर सत्याग्रह में हस्तक्षेप कर विफल ना कर सकें।

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