एटीबीएफ ने रचा नया कीर्तिमान, महिला दिवस पर सबसे बड़ा महिला रक्तदान शिविर, 270 महिलाओ ने किया रक्तदान।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़ में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सोमवार को आचार्य तुलसी बहुउद्देश्यीय फाउंडेशन के एटीबीएफ की ओर से चित्तौड़गढ व निम्बाहेड़ा में भव्य रक्तदान शिविर संस्थापक सुनील ढ़ीलिवाल के निर्देशन, जिला अध्यक्ष ओम जैन शंभूपुरा व महिला जिला अध्यक्ष वर्षा कृपलानी के नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसमे चित्तौड़गढ़ में 153 यूनिट ओर निम्बाहेड़ा में 117 यूनिट, कुल 270 महिलाओ ने रक्तदान किया।
इस शिविर में खास बात यह रही की शिविर में केवल और केवल महिलाओं ने रक्तदान किया।
इस भव्य और अनूठे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, मीना चोरडिया डायरेक्टर मोनोमार्क कम्पनी पहुंचे जिन्होंने भारत माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और सभी रक्तवीर मातृ शक्ति की हौंसलाफजाई की। कार्यक्रम की अध्यक्षता एटीबीएफ के संस्थापक सुनील ढ़ीलिवाल ने की। जिला पुलिस अधीक्षक ने रक्तदाता महिलाओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं। हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। संस्था ने इस प्रकार का अनूठा प्रयोग करके महिलाओं को जागृत करने का प्रयास किया है। संस्थान के संस्थापक सुनील ढ़ीलिवाल ने विश्व महिला दिवस पर सभी महिलाओं का स्वागत कर बधाईया दी व इस रक्तदान शिविर को विशेष शिविर बताते हुए कहा कि ये शिविर देशभर के सबसे बड़ा महिला रक्तदान शिविर बनेगा जो नया कीर्तिमान रचेगा।
एटीबीएफ नगर अध्यक्षा पूर्णिमा मेहता ने कहा यह शिविर ज्यादा से ज्यादा महिलाओं सहित अन्य जनमानस में रक्तदान संबंधित जागरूकता लाने का प्रयास है। इस शिविर में महिलाओं में बड़ा उत्साह देखा गया और रक्तदान के लिए महिलाए कतार में भी खड़ी देखी गई, जो अपने आप मे बहुत खास ओर बड़ी बात है। इस मौके पर नरेंद्र चोरडिया, अर्जुन मूंदड़ा, डॉ सुशील मेहता, डीओ कल्याणी दीक्षित, अरुणा राठौड़ सदस्य किशोर न्यायालय, रमेश मेहता व टीम एटीबीएफ ने सभी रक्तदाता महिलाओं को जागरूक कर उत्साहवर्धन किया।
एटीबीएफ के जिला महासचिव सुरेन्द्र जैन ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया।
मातृ शक्ति के जज्बे को नमन
एक तरफ महिलाएं जहां एनीमिया से ग्रस्त होती हैं। वहीं जिले में एक ऐसी महिला भी हैं, जो नियमित रक्तदाता है। जिले की नीरजा गर्ग, गिनी चुनी महिला रक्तदाताओं में से एक है। अब तक वे 31 बार रक्तदान कर चुकी हैं।
जिला पारिवारिक न्यायालय में रीडर बिंदु पांडिया ने आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आज प्रथम रक्तदाता के रूप में अपने जीवन मे दूसरी बार रक्तदान किया। व राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सावा प्रधानाचार्य पूनम चौधरी ने भी रक्तदान किया जिसे पुलिस अधीक्षक ने सम्मानित किया।
रक्तदान महादान जीवन का सबसे सुखद अनुभव
पुठोली गांव की गृहणी मंजू लक्षकार जो अपने पति व सासु माँ के साथ व शहर के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत बालिका सरोज शर्मा जो कि 18 वर्ष पूर्ण करने के बाद आज अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर रक्तदान करने पहुंची प्रथम बार रक्तदान करते हुए उन्होंने कहा कि रक्तदान करने का अनुभव उनके लिए बेहद खास रहा।
इधर मेवाड़ यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी असिस्टेंट सपना शर्मा के सानिध्य में आज 13 छात्राओं की टोली ने पहली बार रक्तदान करने का अनुभव किया और साथ ही दूसरी छात्राओं के लिए एक उदाहरण पेश किया।
इस दौरान अतिथियों ने महिला रक्तदाताओ का उत्साहवर्धन हेतु रक्तवीर मातृ शक्तियों को प्रमाण पत्र व पुरुस्कार प्रदान किये।
रक्तदान शिविर के इस कार्यक्रम अनामिका चौहान, अनुराधा वैष्णव, कोमल जोशी, आशा कल, अरुणा पोखरना, नीरजा गर्ग, तारा पारीक, सोनू जांगिड़, रुचिका सोमानी, पायल झंवर, दिलकुश खेरोदिया, सपना जैन, चैतन्या जैन, पारुल वर्डिया, कॉर्डिनेटर टीम सहित कार्यवाहक अध्यक्ष देव शर्मा, दिनेश वैष्णव, सुरेंद्र टेलर, सुरेंद्र जैन, दिनेश ओझा, दीपक जैन रूढ़, मदन गिरी गोस्वामी, लक्ष्मण छिपा, संजय भडकतिया, अर्पित बोहरा, अपील चिपड, कुंदन गुर्जर, दुर्गेश कुमार लक्षकार, कैलाश सोनी, अनिल सुखवाल, चंद्रप्रकाश भावसार, श्यामलाल मेनारिया आदि टीम मेम्बर उपस्थित रहे।
सभी रक्तदाता महिलाओं को रक्तदान शिविर के दौरान मोनोमार्क कंपनी द्वारा उपहार व अल्पाहार की व्यवस्था प्रथम पहल में ही प्रदान की गई।