वीरधरा न्यूज़।भदेसर@ श्री शैलेन्द्र जैन।
भदेसर। उपखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदेसर पर सोमवार को निशुल्क दवा केंद्र पर कार्यरत कर्मचारि के द्वारा चिकित्सा अधिकारी के द्वारा लिखी गई पर्ची पर सोमवार को दो तरह की दवाई दी गई जिसमें से एक दवाई एक्सपायरी डेट की दे दी इसकी जानकारी मरीज को घर पहुंचने पर अपने बीमार बच्चों को दवाई पिलाते वक्त मिली एवं इसकी जानकारी उसने मीडिया को प्रदान की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भदेसर निवासी कविता माली अपनी 10 माह की बच्ची को लेकर भदेसर चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आशीष काठेड के पास पहुंची एवं बच्ची की बीमारी के बारे में बताया चिकित्सा अधिकारी के द्वारा 10 माह की बच्ची को आवश्यक दवाइयां लिखकर दे दी परिजन के द्वारा चिकित्सालय में स्थित निशुल्क दवा केंद्र पर पर्ची देखकर दवाई प्राप्त की और घर आ गए घर आकर शाम के समय जब बच्चों को दवाई दे रहे थे इस समय उनकी नजर दवाई के पैकेट पर पड़ी जिस पर दवाई नवंबर 2024 में एक्सपायरी होना लिख रखा था तो एका एक वह सकते में आ गई और उन्होंने इसकी जानकारी अपने पिता एवं घर में उपस्थित अन्य परिजनों को दी। तत्पश्चात इसकी जानकारी उन्होंने मीडिया में दी मीडिया में इसकी जानकारी आने के बाद परिजन जब मंगलवार को चिकित्सालय परिसर पहुंचे तो वहां पर कार्यरत कर्मचारी के द्वारा इस मामले को बहुत ही हल्के में लिया और जो दवाई उसने मरीज को प्रदान की वह दवाई वापस लेकर दूसरी दवाई दे दी, इस संबंध में मामले की जानकारी प्राप्त होने के बाद उपखंड अधिकारी ऋषि सुधांशु पांडे के द्वारा भदेसर खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी भूपेंद्र कुमार एवं चित्तौड़गढ़ मुख्य चिकित्सा अधिकारी ताराचंद गुप्ता को भी अवगत कराया एवं लापरवाही कहां रही उसके बारे में वस्तु स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए।
निशुल्क दवा घर पर आवश्यक कर्मचारी उपलब्ध होने एवं हर चीज कंप्यूटर के माध्यम से रिकॉर्ड होने के बावजूद यदि मरीज को समय निकलने के पश्चात वह दवाई प्रदान कर दी जाती है एवं यदि कोई गंभीर घटना हो जाती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।