स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पर किया स्वागत सेवानिवृत्ति पर 51 हजार रुपये विद्यालय विकास सहित खिलाड़ियों को ट्रेक सूट भेंट किये।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ पंडित श्री मुकेश कुमार।
चित्तौड़गढ़। राउमावि धनेतकलां में उप प्राचार्य के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने पर विद्यालय द्वारा स्वागत किया गया। सेवानिवृत्ति पर विद्यालय विकास में 51 हजार रुपये एवं फुटबाल, कुश्ती, राईफल शूटिंग में इस वर्ष राज्य स्तर पर भाग लेने वाले खिलाड़ियों को एक-एक ट्रेक सूट देकर उनका उत्साहवर्ध्द्धन किया।
जानकारी देते हुए वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक सतीश जोशी ने बताया कि विद्यालय में उप प्राचार्य उषा भारद्वाज द्वारा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली गई जिनका गुरूवार 24 अक्टूबर को विद्यालय द्वारा स्वागत अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया गया।
प्रारम्भ में पूर्व शिक्षा उपनिदेशक कल्याणी दीक्षित, चित्तौड़गढ़ प्रधान देवेन्द्र कंवर, पूर्व जिला परिषद सदस्या गायत्री जोशी, पूर्व एडीपीसी सत्यनारायण शर्मा, पूर्व प्रिंसीपल एवं भीमगढ़ सरपंच गणेश पूर्बिया, पूर्व प्रिंसीपल सत्यनारायण शर्मा, पूर्व प्रिंसीपल दयाशंकक भट्ट, बालुलाल, गोवर्धन जोशी, विनय जोशी, ओम जोशी, गोविन्द जोशी, पूर्व एसआई रतनलाल जोशी, एडवोकेट सुरेशचन्द्र शर्मा, एडवोकेट श्यामलाल शर्मा, माणकलाल, सत्यनारायण भट्ट, सुनिल शर्मा, निरज शर्मा आदि उपस्थिति अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया और सेवानिवृत्ति पर उप प्राचार्य भारद्वाज का स्वागत किया।
प्रधान देवेन्द्र कंवर ने सेवानिवृत्त उपप्राचार्य को मृदुभाषी, मिलनसारिता वाला बताया तथा बच्चों के प्रति लगाव की सराहना करते हुए इनकी सेवानिवृत्ति को विद्यालय व बालकों के लिए क्षति बताया।
कल्याणी दीक्षित ने अपने उद्बोधन में भारद्वाज के द्वारा दी गई विद्यालयी सेवाओं की प्रशंसा करते हुए उनके कुशल नेतृत्व, व्यवहारिकता, प्रगतिशील विचार को सराहा जिसके कारण ही वे सदैव अधिकारियों, शिक्षकवृन्द व विद्यार्थियों में लोकप्रिय रही है।
सत्यनारायण शर्मा ने अपने उद्बोधन में भारद्वाज द्वारा अंग्रेजी भाषा को सरल व सहज बनाने में किये गए विभिन्न शैक्षिक नवाचारों को सराहा जिनमें व्याकरण को लयात्मक गीत में कंठस्थ करवाना अनुकरणीय बताया। इनके नवाचारों एवं बोर्ड परीक्षाओं में शत प्रतिशत परिणाम उल्लेखनीय है। भौतिक विकास में भी निरन्तर प्रयन्तशील रह कर भामाशाहों को प्रेरित कर विद्यालय विकास में अग्रणी रही।
भीमगढ़ सरपंच गणेश पूर्बिया ने बताया कि सेवा के दौरान इनके द्वारा किये गये कार्यों के फलस्वरूप ही राज्य सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा इन्हें कईं बार सम्मानित किया गया है। ये मंडल, उपखण्ड व जिला स्तर पर भी अनेक बार सम्मानित हुई हैं। इस अवसर पर पति पुष्पेन्द्र भारद्वाज ने भी सेवानिवृत्ति पर उनके घर परिवार में भी मिलनसार रहने व पूरे परिवार के हर कार्य में सक्रिय भूमिका निभाते हुए परिवार की एकता के लिए हर संभव प्रयास की बात की तथा बताया कि ये सदैव सामाजिक सरोकार के कार्यों में अग्रणी रही है।
ओम जोशी ने कहा कि भारद्वाज निर्भिक होकर विद्यालय व बालकों के विकास में बहुत बड़ा योगदान रहा। दो माह में इनके द्वारा विद्यालय व विद्यार्थियों के हित में बड़े निर्णय लिये जिससे काफी सुधार हुआ। इनकी सेवानिवृत्ति निश्चित ही विद्यालय व बालकों के लिए एक क्षति होगी। गुर्जर गौड़ समाज की ओर से भी ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत करते हुए विदाई दी गई। विद्यालय परिवार व एसडीएमसी सदस्यों के द्वारा सभी आगन्तुक अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में अभिनन्दन पत्र का वाचन देवेन्द्र सिंह चौहान ने किया। संचालन कमलेश कंवर राणावत ने किया और आभार भंवर सिंह चौहान ने जताया।