तपजप संगठन चित्तौड़गढ़ ने जेल भरो आंदोलन के माध्यम से खुला ज्ञापन देकर गिरफ्तारियां दी। मोदी सरकार भुगतान करो या इस्तीफ़ा दो का दिया नारा।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्री अनिल सुखवाल।
चित्तौड़गढ़। ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार ने आज सत्याग्रह के 22वें दिन प्रधानमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। पीड़ित निवेशकों ने ज्ञापन देते समय जिला कलक्टर को मौके पर बुलाने की मांग रखी लेकिन उपस्थित अधिकारियों ने अवकाश के कारण असमर्थता जाहिर करते हुए उनके उपस्थित न होने की बात कही। वहां उपस्थित सीआई चित्तौड़गढ़ कोतवाली ने ज्ञापन लिया।
संगठन के जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार सुराणा ने बताया कि सरकार ने वर्ष 2019 में देश के ठगी पीड़ितों को उनकी डूबी हुई जमाराशि के भुगतान की गारंटी देते हुए अनियमित जमा योजनाएं पाबंदी अधिनियम 2019 बनाया था जिसमें सरकार और संसद ने ठगी पीड़ित आवेदकों को 180 दिन में उनकी जमाराशि का दो से तीन गुणा भुगतान करने का वचन दिया था। यह कानून उन तमाम कम्पनीज व सोसाइटीज फर्म निधि नॉन बैंकिंग कम्पनी इत्यादि के निवेशकों के भुगतान के लिए बनाया था जिनका जमाधान उन्हें 21 फरवरी 2019 तक वापस नहीं मिला है। ऐसे तमाम निवेशकों की जमाराशि एक्ट के अंतर्गत करेगी किन्तु अफ़सोस मोदी सरकार ने और न किसी राज्य सरकार ने कानून बन जाने के लम्बे अंतराल में बाद भी किसी भी पीड़ित का भुगतान नहीं किया है, और तो और सरकार ने ठगी पीड़ितों के भुगतान के लिए बनाये गए बड्सक्ट को कमजोर करने की नीयत के षड़यंत्र के तहत अपने विवेकाधिकारों का दुरूपयोग करते हुए अनेक फर्जी रिफंड पोर्टल, परिसमापक इत्यादि नियुक्त कर दिए है ताकि निवेशक झाँसे में आकर और भृमित होकर बड्सक्ट का उपयोग ही न कर सकें।
हमारे संगठन और देश के करोड़ों ठगी पीड़ितों ने केंद्र एवं राज्य सरकारों को करोड़ों पत्र, ज्ञापन निवेदन दिए हैं लेकिन आपके अधीनस्थ बेईमान अधिकारी और मंत्री बड्सक्ट 2019 का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं जो अक्षम्य अपराध है।
जनता और ठगी पीड़ितों की न्यायपूर्ण मांग की लगातार अनदेखी करना शासन प्रशासन की आदत बन गई है जिसके कारण से लाखों ठगी पीड़ित आत्महत्या कर चुके हैं।
जिसका विरोध करते हुए हमारा संगठन और जिले के समस्त ठगी पीड़ित प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए 22 सितम्बर को जेल भरो आंदोलन के तहत अपनी-अपनी गिरफ्तारी दे रहे हैं।
गिरफ्तारी देने वाले में संगठन के पदाधिकारी सहित सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष निवेशक शामिल रहें। गिरफ्तारी देने में संख्या बल अधिक होने से पुलिस के वाहन कम पड़ गए इसलिए कई साथी अपने निजी दोपहिया वाहन से जेल तक गिरफ्तारी देने पहुंचे। जिले की सभी तहसीलों से आये निवेशकों में गिरफ्तारी देने की होड़ रही।