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पंचायतीराज में विस्वास गांवों के विकास से ही संभव :- प्रधान राणावत।

वीरधरा न्यूज़।आकोला@ शेख सिराजुद्दीन।


आकोला। पंचायतीराज में विस्वास गांवों के विकास से ही संभव हो सकता है, साथ ही पंचायती राज का हर कर्मचारी एवं अधिकारी एवं जनप्रतिनिधी अपने समय की पाबन्धी एवं कर्तव्यनिष्ठता का अगर ध्यान देवें तो वो दिन दुर नहीं कि भूपालसागर की हर ग्राम पंचायत पदम श्री एवार्ड प्राप्त कर सके यह विचार भूपालसागर पंचायत समिति में आयोजित सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारीयों के संयुक्त पांच दिवसीय राजस्थान पंचायतीराज आमुखीकरण्ण प्रशिक्षण के समापन पर प्रधान हेमेन्द्र सिंह राणावत ने महाराणा प्रताप सभाकक्ष में उपस्थित जनप्रतिनिधीयों एवं कर्मचारीयों एवं अधिकारीयों के समक्ष व्यक्त किये। साथ ही प्रधान ने सभी कार्मीकों को ईमानदारी से अपने कार्य को सम्पादन करने तथा आमजन को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए सुगम सुविधा उपलब्ध कराते हुए उनका कार्य निर्बाद रूप से करने के लिए कहा तथा कहा कि अगर आपको कार्य करने में किसी प्रकार की असुविधा हो रही हो तो इसके समचार प्रधान के टेबल तक पहुंचाने का कार्य आपका है। इस बात पर विकास अधिकारी भवानी शंकर रेगर ने पंचायत समिति के सभी कार्मीकों को अवगत कराते हुए कहा कि एक भी कर्मचारी किसी भी प्रकार की कमी या गलती नहीं करेगा, चाहे वह समय पर कार्यालय जाने की बात हो या किसी आमजन का कार्य हो समय पर निष्पादन किया जायेगा इसका में संदन में विश्वास दिलाता हुँ, साथ ही विकास अधिकारी ने समस्त कार्मीकों की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि किसी भी कर्मचारी की गलती को मैं मेरी स्वयं की गलती मानुंगा। इसके पश्चात प्रधान ने उन कार्मीकों का भी धन्यवाद ज्ञापीत किया जिन्होने पांच दिवसीय प्रशिक्षण में अलग अलग टीमें बनाकर प्रशिक्षण को सरलतम तरीके से जनप्रतिनिधीयों के समक्ष रखा। कार्यशाला में उपप्रधान भगवति देवी गुर्जर के पति देशराज गुर्जर, पुर्व पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधी एवं वरीष्ठ नेता गोवर्धन सिंह, विकास अधिकारी भवानी शंकर रेगर, मास्टर टे्रनर आशीष त्रिपाठी, मोहब्बत सिंह चुण्डावत, गणेश चौधरी, प्रेमलता जोशी, पीओ गोपाल पुरी गोस्वामी, कृषी विभाग के सहायक अभियन्ता प्रभु लाल खटीक एवं सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यशाला में मास्टर ट्रेनरों ने चार गु्रपों में चार प्रेजेेन्टेंशन दिये गये जिसमें योजनाओं के बारें में सदस्यों का पुर्नमुल्यांकन किया गया। साथ ही सुचना के अधिकार, ७३ वां संविधान संसोधन, निजी आय बढाने के श्रोत, ग्राम पंचायत में शतत विकास हेतु क्या कियश जा सकता है के बारें में विस्तृत जानकारी दी गई।

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