वीरधरा न्यूज़।आकोला@श्री शेख सिराजुद्दीन
आकोला। क्षेत्र की ग्राम पंचायत बुल के राजस्व गाँव बालद में बनी हुई चारागाह विकास समिति के सदस्यों ने फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी संस्था की प्रशिक्षक राजेन्द्र सिंह चुण्डावत के साथ मिलकर चारागाह भमि पर जाकर चारागाह भूमि के विकास के लिए डिजाइन एस्टिमेन्ट बनाया। इसमे चारागाह भूमि के विकास के लिए चरागाह भूमि का रक्बा 24 हैक्टेयर भूमि की सुरक्षा से लेकर उस चारागाह को विकसित करने तक का एस्टीमेट प्लान बनाया गया तथा प्रशिक्षक राजेन्द्र सिंह चुण्डावत ने सभी लोगों को जानकारी दी कि एफ.ई.एस. संस्था के मोबाइल ऐप मैं कुछ डाटा डाले जाते हैं जिसमे कार्य की लंबाई-चौड़ाई ओर क्षेत्रफल डाला जाता है जिससे उस एप के द्वारा चरागाह का एस्टिमेनट प्लान बन कर तैयार हो जाता है जिसमें उस चरागाह को सुरक्षा करने से लेकर विकसित होने तक का बजट का एस्टिमेट बनकर तैयार हो जाता है।
यहां के चरागाह में लोगों द्वारा चरागाह की आवश्यकता को देखते हुए विभिन्न एक्टिविटी पर प्लान तैयार किया गया जिसमें पशु रोधक खाई , जंगल सफाई , पौधा रोपण, घास बीजारोपण आदि को शामिल करके प्लान बनाया गया। इसमे समिति के सभी सदस्यों ने सर्वम्मती से 24 हेक्टेयर की मेड़बंदी, ओर 10 हेक्टेयर में घास बुवाई ओर वृक्षारोपण का एस्टिमेट बनाया ओर सभी मिलकर इस एस्टीमेट को ग्राम पंचायत में जमा कराकर कार्य स्वीकृत करवाने का प्रयास करेंगे। इस प्रशिक्षण में चारागाह विकास समिति के अध्यक्ष देवी सिंह ओर मेट सत्यनारायण नाई, चरागाह विकास समिति के सदस्य उपस्थित थे। प्रशिक्षक रतन लाल माली ने भी हड़मतिया में चरागाह विकास समिति के सदस्य भेरू सिंह जी, ऊँकार सिंह और मेट जीतू सिंह के साथ मिलकर एस्टिमेट बनाया।