ग्रामीण खेल प्रतिभाओं के लिए समुचित अवसर हैं: विधायक आक्या। सामरी में ब्लॉक स्तरीय कबड्डी चयन प्रतियोगिता मे सीनियर में गिलुण्ड और जूनियर में बस्सी ने मारी बाजी।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ डेस्क।
शम्भूपुरा।राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सामरी में 16 से 18 अगस्त के बीच उच्च माध्यमिक स्तर सीनियर एवं जूनियर समूह छात्र वर्ग की कबड्डी चयन प्रतियोगिता सम्पन्न हुई। बाईस टीमों के लगभग ढाई सौ खिलाड़ियों ने हिस्सेदारी ली। विद्यालय और ग्रामवासियों की साझेदारी में खेलों में उत्साह का माहौल बना रहा। रविवार को घोषित अंतिम नतीजों में सीनियर वर्ग में गिलुण्ड विजेता और अरनियापंथ की टीम उपविजेता रहीं, वहीं जूनियर वर्ग में लक्ष्य सेन्ट्रल अकादमी बस्सी विजेता और सादी की टीम उप विजेता रहीं। इनके अतिरिक्त दो चयन टीमों की घोषणा मुख्य निर्णायक वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक राजेंद्र प्रसाद गालव ने की। सेवानिवृत्त शारीरिक शिक्षक निरन्जन योगी के सानिध्य में दस निर्णायकों ने टीम ने टूर्नामेंट का बेहतरीन संचालन किया। समापन समारोह में पहलवान कैलाश चन्द्र गुर्जर, सरपंच प्रतिनिधि कुका लाल डांगी, डॉ. रणधीर सिंह सहित अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी नरेन्द्र कुमार गदिया ने विजेताओं को मैडल और ट्रोफी देकर सम्मानित किया। व्याख्याता डॉ. श्वेता मेहरा और ममता मीणा के निर्देशन में छात्राओं ने आरंभ है प्रचंड, रंगीलो राजस्थान, मंगल बेला आई, दंगल-दंगल विषयक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं जिन्हें सभी दर्शकों ने खूब सराहा। अतिथियों के सम्मान में पद्मजा चौहान और सविता तोलंबिया के नेतृत्व में रानी लक्ष्मी बाई बैंड ने अपना संगीतमयी प्रदर्शन किया।
संयोजक प्राचार्य अय्यूब खान और सह संयोजक वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक सुदर्शन दयाल के अनुसार सत्रह अगस्त को सुबह ग्यारह बजे उद्घाटन सत्र में क्षेत्र के विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या के मुख्य आतिथ्य में यादगार शुभारम्भ हुआ। विधायक आक्या ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की खेल-प्रतिभाओं में बहुत संभावनाएं हैं और मैं उनके विकास हेतु हमेशा तत्पर हूँ। खेलों के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। सामरी गाँव की पहचान कुश्ती के लिए ख्यात रही है। आज के युवाओं को मोबाइल उपयोग के साथ शरीर की कसरत के लिए वक़्त निकालना चाहिए। आज के युवा कबड्डी जैसे परम्परागत खेलों के लिए समय निकाल रहे हैं यह शुभ संकेत हैं।
मंच संचालन डॉ. माणिक ने किया वहीं बैठक व्यवस्था समिति में रेणु शर्मा, शालू बैरवा और पार्वती उपाध्याय ने दायित्व निभाया। आभार उपाचार्य महेश कुमार शर्मा ने प्रकट किया।